Sunday, 11 December 2016

सोशल मीडिया, ई-कॉमर्स और नेटबैंकिंग के अकाउंट्स को रखे सुरक्षित - security or socila media and natbanking

सोशल मीडिया से लेकर ई-कॉमर्स और नेटबैंकिंग जैसे कई कामों के लिए हम इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। ये सभी अकाउंट्स पासवर्ड्स के माध्यम से सुरक्षित रखे जाते हैं। इन ऑनलाइन अकाउंट्स में बहुत महत्वपूर्ण डेटा स्टोर रहता है इसे पूरी तरह सेफ रखा जाए। इसलिए जरूरी है कि :

1. अच्छा पासवर्ड चुनें : ज्यादा पेचीदा और लंबा पासवर्ड बेहतर माना जाता है, क्योंकि हैकर्स के लिए उसका अंदाजा लगाना मुश्किल होता है । अपने बच्चों के नाम, जन्मदिन या अन्य पर्सनल डीटेल्स के आधार पर पासवर्ड न डालें। हैकर इसी आधार पर हैकिंग की कोशिश करते रहते हैं।

2. आसान से पासवर्ड न रखें: 12345678, या password जैसे पासवर्ड भी खतरनाक होते हैं। ये आसानी से हैक हो सकते हैं। हैकर ऐसे प्रोग्राम बनाते हैं जो अपने आप ऐसे पासवर्ड डालकर हैकिंग की कोशिश करते रहते हैं। बेहतर होगा कि आप लेटर, नंबर और कैरक्टर्स की मदद से स्ट्रॉन्ग पासवर्ड बनाएं।

3. पुराना पासवर्ड बार-बार न सेट करें :  कई साइट्स के लिए एक जैसा पासवर्ड इस्तेमाल करने से बचें और पुराने पासवर्ड को दोबारा कभी यूज न करें। अगर हैकर्स के पास आपके किसी एक पासवर्ड की जानकारी आ गई तो अन्य अकाउंट्स भी हैक हो जाएंगे।

आप LastPass या DashLane जैसी पासवर्ड मैनेजर सर्विसेज इस्तेमाल कर सकते हैं। ये आपके पासवर्ड्स को याद रखती हैं। मगर इसके लिए जरूरी है कि आप इन सर्विसेज पर भरोसा करें। क्योंकि पिछले साल जून में लास्ट पास ने संदिग्ध गतिविधि का हवाला देते हुए यूजर्स को अपना पासवर्ड चेंज करने के लिए कहा था। ऐपल सफारी और गूगल क्रोम में बिल्ट-इन पासवर्ड मैनेजर होते हैं।

4. नया टूथब्रश लेते ही बदलें नया पासवर्ड : पासवर्ड्स को बदलते रहना भी जरूरी है। जिस तरह से आप कुछ महीनों में टूथब्रश बदलते हैं, उसी तरह से अपना पासवर्ड भी बदला कीजिए। अगर किसी साइट पर आप एक पासवर्ड को लंबे वक्त तक रखते हैं तो उसका गलत हाथों में जाने का खतरा रहता है। अगर कोई कंपनी आपसे पासवर्ड बदलने को कहे या बताए कि आपकी इन्फर्मेशन लीक नहीं हुई है, तब भी अपना पासवर्ड बदल लें।

5. लॉगइन करना मुश्किल बनाएं : मल्टी-फैक्टर आइडेंटिफिकेशन में यूजर्स को आइडेंटिफिकेशन के लिए कुछ और ऐड करना होता है, जैसे कि फोन पर आने वाला वन टाइम पासवर्ड (OTP)। इससे यह होता है कि हैकर्स अगर आपका पावसर्ड चुरा भी लें, तो भी कुछ नहीं कर पाएंगे क्योंकि लॉगइन करने के लिए उन्हें आपके फोन पर आने वाला पासवर्ड डालना होगा। नए डिवाइस या लोकेशन से लॉगइन करने पर यह डालना आप जरूरी कर सकते हैं। फेसबुक समेत कई साइट्स यह सुविधा देती हैं।

6. फालतू अकाउंट्स को बंद कर दें : उन अकाउंट्स को डिऐक्टिवेट या डिलीट कर दें, जिन्हें आप इस्तेमाल नहीं करते। अगर कोई स्पैम से भरा ईमेल अकाउंट है, जिसे आप इस्तेमाल नहीं करते तो उसे बंद कर दें। पिछले दिनों माइस्पेस ने कहा कि हैकर्स ने 11 जून 2013 से पहले बने उसके अकाउंट्स की लॉगइन इन्फर्मेशन को बिक्री के लिए रखा है। इसलिए बेहतर है जिन साइट्स को आप इस्तेमाल नहीं करते, उन्हें डिऐक्टिवेट कर दें।

7. सोशल मीडिया को व्यवस्थित करें :  सोशल मीडिया में अपनी पोस्ट्स को वास्तविक दोस्तों तक ही रखें। सेटिंग्स में जाकर आप ऐसा कर सकते हैं। फेसबुक वक्त-वक्त पर नोटिफिकेशन देता है कि अपनी प्रिवेसी सेटिंग्स रिव्यू करें और देखें कि कौन-कौन आपकी इन्फर्मेशन देख सकता है।

आपकी पर्सनल डीटेल्स पर नजर रखकर हैकर आपसे पासवर्ड का अंदाजा लगा सकते हैं। इसलिए पर्सनल इन्फर्मेशन की सेटिंग्स ऐसी कर दीजिए कि उसे आप या आपके दोस्त ही देख पाएं।

Keywords : security , socila media , natbanking

बिना इंटरनेट और स्मार्टफोन के Paytm से करे पेमेंट्स - Payment with paytm even without internet and smartphone

नोटबंदी के बाद कैशलेस या डिजिटल पेमेंट्स ही विकल्प हैं. कैशलेस या डिजिटल पेमेंट्स के लिए Paytm एक ऐसा प्ल्टेफार्म  है , जो दूसरे प्ल्टेफार्म  की अपेक्षा ज्यादा यूज होता हैं. ऐसे में Paytm ने अपने यूजर्स के लिए एक नई सर्विस लॉन्च की है. जो बिना इंटरनेट के भी ट्रांजेक्शन कर सकता हैं.  इसको यूज करने की प्रॉसेस भी बहुत ही आसान हैं.

बिना इंटरनेट Paytm यूज करने का प्रॉसेस :

  1. Paytm में रजिस्टर कराये  (यूजर्स अपना मोबाइल नंबर को Paytm में रजिस्टर कराये. Paytm के 4 अंकों का Paytm पिन बनाये.)
  2. रुपए ट्रांसफर करने के लिए यूजर्स recipient का मोबाइल नंबर, अमाउंट और अपना Paytm पिन डाले. 


उसके बाद आपके वॉलेट से पैसे ट्रांसफर हो जायेंगे.  Paytm से रुपए ट्रांसफर ही नही फोन को रिचार्ज करने के साथ और दूसरे बिल भी भर सकता हैं . इसके लिए स्मार्टफोन की जरूरत नहीं होगी.

वर्तमान में टेक्सी, ऑटो, पेट्रोल पंप, ग्रोसरी शॉप्स, रेस्टोरेंट्स, कॉफी शॉप, मल्टीप्लेक्स, पार्किंग, फार्मेसी, हॉस्पिटल, किराना शॉप सभी जगह डिजिटल पेमेंट्स प्लेटफॉर्म Paytm से पेमेंट आसानी से हो रहा हैं. आपको बता दे कि 850,000 से भी अधिक व्यापारी Paytm पेमेंट मोड को एक्सेप्ट कर रहे हैं.

Keywords : Digital Payment , paytm ,  internet , smartphone

Tuesday, 13 September 2016

जाने यूट्यूब के मैजिक सीक्रिट - Hidden YouTube Secrets



आइये जाने  यूट्यूब की कुछ ऐसी ट्रिक्स के बारे में जो आपको विडियो देखने का मजेदार अनुभव देगा.

  • टाइप कीजिए, Doge meme और enter कीजिए। देखिए क्या होता है? आपके सामने कुछ इस तस्वीर की तरह एक रंगीन पेज खुलेगा। देखिए तो जरा कितना कलर्ड पेज है यह।
  • अपने वेब ब्राउजर पर यूट्यूब खोलिए, अब टाइप कीजिए Use the force luke और Enter कीजिए। क्या हुआ ये स्क्रीन क्यों घूमने लगी? आपको एक घूमती हुई स्क्रीन दिखेगी। देखा यूट्यूब का जादू...
  • अपने ब्राउडर पर यूट्यूब खोलिए और टाइप कीजिए do the harlem shake और ENTER कीजिए। एक और जादू! कैसे ये यूट्यूब का बटन आपके सामने नाचने लगेगा।
कुछ और भी वर्ड्स हैं जिसे आप सर्च कर के देख सकते हैं, 
  • //Geek week
  • beam me up Scorty
  • Get missle commandge


इतना ही नहीं यूट्यूब पर कोई विडियो चल रहा है और अगर आप K दबा दें, तो विडियो रुक जाएगा। J दबाने से आपका विडियो लगभग 10 सेकंड पीछे चला जाएगा। M दबाते ही विडियो म्यूट हो जाएगा। Shift+N दबाने से विडियो स्किप हो जाएगा। है न कमाल की जानकारी!

देखें यूट्यूब के मैजिक सीक्रिट

keywords :  Hidden YouTube Secrets,  Hidden  Secrets, YouTube, 

अब एक स्मार्टफोन में 2 व्हाट्सअप अकाउंट ऐसे चलाये - You can use 2 whatsup account in single smartphone

आज कल ड्यूल सिम स्मार्टफोन का ट्रेंड हैं. ऐसे में यदि आपनके दोनों नंबर पर व्हाट्सअप चलने लगे तो सोने पर सुहाग हो जायेगा. जी हाँ. किसी भी स्मार्टफोन में 2 व्हाट्सअप अकाउंट चलाने के लिए बस कुछ स्टेप फॉलो करने हैं उसके बाद आपन एक ही फ़ोन 2 व्हाट्सअप अकाउंट चला सकते हैं.


  • गूगल प्ले स्टोर से Parallel space- Multi accounts डाउनलोड कर फ़ोन में इनस्टॉल कर ले. जो आपको दो अकाउंट इतेमाल करने में मदद करेगा. 
  • डाउनलोड होने के बाद होम स्क्रीन पर दो ऑप्शन दिखेगा. जिसमे पहला कंट्रोल सेंटर (Control center) और दूसरा Incognito installation होगा. इसके साथ ही स्क्रीन पर प्लस साइन दिखेगा जिसपर आपको क्लिक करना हैं. इसको क्लिक करते ही कई सारे ऑप्शन दिखेंगे जिसमे से आपको व्हाट्सअप सेलेक्ट करने हैं 
  • उसके बाद आप दूसरे व्हाट्सउप अकाउंट को पहले अकाउंट की तरह ही इनस्टॉल करे. इसको वेरीफाई करने के बाद आप दोनों व्हाट्सअप अकाउंट यूज कर सकते हैं 

Keywords : whatsup, information about Whatsup, Smartphone, 

Sunday, 3 July 2016

जाने क्या होता हैं सिम कार्ड क्लोनिंग , Know about Sim card cloning




कई बार ऐसे समाचार में पढ़ने को मिला होगा कि किसी के क्रेडिट कार्ड से किसी दूसरे ने शॉपिंग कर लिया वह भी बिना किसी जानकारी के. या फिर किसी ने किसी के अकाउंट से पैसे निकल लिए. जैसे कि एक 72 साल की महिला के साथ हुआ . इस  अचानक से महिला के फोन पर एक मैसेज आया. जिसमे उसके बैंक अकाउंट से 11 लाख रुपए विड्रॉ हुआ था . खोज बिन करने उपरांत जो पता चला वो बिलकुल चौंकाने वाला बात था. उस महिला के सिम कार्ड की क्लोनिंग करके बैंक को कॉल करके बैंकिंग डिटेल्स निकल कर उसके पैसे निकले गए थे.

अब आप जानना चाहेंगे की सिम कार्ड क्लोनिंग क्या होता हैं ?, सिम कार्ड क्लोनिंग कोई प्रोफेशनल हैकर ही कर सकता हैं.  एक सॉफ्टवेयर की मदद से एक सिम कार्ड का पूरा डाटा दूसरे सिम कार्ड में ट्रांसफर करना ही सिम कार्ड क्लोनिंग हैं. जो साइबर क्राइम की तरह हैं. प्रोफेशनल हैकर्स एक सिम कार्ड रीडर और क्लोनिंग सॉफ्टवेयर की मदद से सिम कार्ड क्लोनिंग करते हैं. और ओवर-द-एयर (OTA) कमांड भेज कर भी सिम क्लोनिंग की जाती हैं.

लेकिन आप कुछ बातों का ख्याल रखकर आप  सिम क्लोनिंग से बच सकते हैं. जैसे कि अपना फोन गलती से भी किसी अननोन व्यक्ति के हाथ में न दे. फोन सर्विसिंग ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर में ही कराये, ध्यान रहे कि  फोन देने से पहले अपना सिम कार्ड अपने पास रख लें. जिसने हो सके अननोन नंबर से आ रहे कॉल्स से बचें. और +92, +90, +09 या +96 वाले कोड से आने वाले फोन को कतई उत्तर ना करें. और यदि आपने गलती से ऐसा कोई कॉल रिसीव भी कर लिया और कॉल करने वाला व्यक्ति आपसे कोई नंबर डायल करने के लिए कहे तो ऐसे में फ़ोन को तुरंत काट दें. क्योंकि कई बार ऐसा होता हैं कि  हैकर आपको उलझा कर आपका कॉन्टैक डिटेल कॉपी करने की कोशिश कर रहा हो.


आपके सिम कार्ड का क्लोन बनाया गया है या नहीं इसके लिए अपना फोन स्विच ऑफ कर दें इसके बाद अपने ही नंबर पर फोन करें अगर अभी भी घंटी बज रही है इसका मतलब है कि आपका सिम कार्ड क्लोन किया गया है. अगर कोई आप से लगातार आपके नंबर पर बिजी टोन आने की शिकायत करता है, जबकि उस समय आप अपने फोन से कॉल नहीं कर रहे थे. ऐसे में हो सकता है कि आपका सिम कार्ड क्लोन किया गया हो. अगर अचानक ही आपका फोन बिल काफी ज्यादा आने लगा है तो बिल को ध्यान से चेक करें। कहीं आपके नंबर से कोई इंटरनेशनल कॉल्स तो नहीं कर रहा।

Keywords :  sim card cloning, cloning, protect Sim card, Smartphone, Security, Sim Security, Cyber crime

Thursday, 23 June 2016

बारिश में ऐसे बचाएं अपना 'स्मार्टफोन' - Protect your Smartphone from rain

मॉनसून का आगमन हो रहा है। लेकिन ऐसा तो है नहीं कि बारिश हो और आप अपने स्मार्टफोन को घर पर ही छोड़कर चले जाए। बारिश होने पर हर किसी को सबसे पहली चिंता अपने स्मार्टफोन को भिंगने से बचाने की होती है। यदि आप इन बातो का ख्याल रखे तो मॉनसून सीजन में भी आपको स्मार्टफोन के भीगने का डर नहीं रहेगा.

स्मार्टफोन प्रोटेक्ट करने के टिप्स हैं : 


  • हमेशा अपने साथ एक जिपलॉक बटुआ रखें। 
  • बारिश के मौसम में स्मार्टफोन को हाथ में थामनकर ना चलें।
  • अपने स्मार्टफोन के लिए वाटरप्रूफ कवर खरीदें।
  • आप ब्लूटूथ हैंडसेट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • आप चाहे तो वार्टरप्रूफ स्मार्टफोन भी खरीद सकते हैं।

Keywords : Rain, Smartphone, protection of Smartphone, Zip lock, Waterproof Cover, Bluetooth handset, Waterproof  Smartphone

Sunday, 5 June 2016

अपने आवाज से लॉक करें स्मार्टफोन - Easy to set self voice lock in smartphone


यदि आपका फ़ोन आपकी आवाज सुनकर ही अनलॉक हो तो आपको कैसा लगेगा. जी हाँ , अब आप स्मार्टफोन को लॉक करने के लिए मैचिंग पैटर्न की जगह अपने आवाज को सेट कर सकते है. यह बहुत ही आसान है . इसके लिए आपको कुछ स्टेप्स फॉलोे करने है . इसको वॉयस लॉक भी कह सकते है .

वॉयस लॉक सेट करने का प्रोसेस है :

  1. Voice Lock Screen एप्प गूगल प्ले स्टोर से सर्च करके डाउनलोड करें . 
  2. Voice Lock Screen एप्प को इनस्टॉल करके ओपन करें . 
  3. ओपन करने के बाद माइक आइकॉन को टैप करके वॉयस रिकॉर्ड करें (सेट करें). उसको सेव करें . 
  4. सेव करने के बाद बैकअप पासवर्ड फीड करने के लिए आएगा , बैकअप पासवर्ड को फीड करें .  आपको पासवर्ड बदलने के समय इसकी जरूरत होगी , इसलिए यह जरुरी है . 
  5.  बैकअप पासवर्ड फीड होने के बाद फ़ोन में वॉयस लॉक सेट हो जायेगा . 


अब आप अपने फ़ोन को अनलॉक करने के लिए रिकॉर्ड किया गया वॉयस को दुहराए , आपका फ़ोन अनलॉक हो जायेगा . इसमें आपको धुयाँ रखना है कि , वॉयस गलत नहीं हो . क्योकि आपके सही वॉइस रिकॉर्ड के बिना आपका फोन अनलॉक नहीं होगा.
 यदि आप चाहते है कि पासवर्ड बदलना है तो , एप्लीकेशन में जाकर Change password ऑप्शन को क्लिक (टैप)करें . इसके बाद एप्प Old password पूछेगा , यहाँ आप बैकअप पासवर्ड फीड करेंगे जो अपने इंस्टालेशन के समय फीड किया था . अब यहाँ दूसरा पासवर्ड फीड करके इसे सेट कर सकते है.

यदि आप पासवर्ड भूल भी जाते है तो एप्प ओपन करने के बाद उसमे उप्पेर दाहिने साइड में बने लॉक के आइकॉन को क्लिक करना है. क्लिक करते ही बैकअप पासवर्ड फीड का ऑप्शन आता है. यहाँ बैकअप पासवर्ड डालने से फ़ोन अनलॉक हो जायेगा.


Keywords : Voice Lock Screen , App, Mobile app, Smartphone, Lock , Mobile Lock, Lock Andriod Smartphone, Screen Lock, Screen, Change password, 

Saturday, 16 April 2016

लैपटॉप यूज करते है तो इन बातो का ख्याल रखें - How to take care of Laptop




आज के हाई टेक ज़माने में इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स की बात करें तो स्मार्टफोन के बाद यदि किसी गैजेट्स का जिक्र होता है तो वो है लैपटॉप । लैपटॉप सभी की फेवरेट डिवाइस है। प्रोजेक्ट कम्प्लीट करने से मूवी देखने तक यह सभी जरूरतें पूरी करता है।  हम जैसे अपनी जरूरतों का ख्याल रखते है वैसे ही हमे आपने गैजेट्स की भी केयर करनी पड़ती है  लेकिन इसकी केयर को लेकर हम उतने एलर्ट नहीं होते। इस डिवाइस के साथ की गई गलतियां हमें भारी पड़ सकती हैं। ऐसी कई गलतियां होती है जिसे हम नजर अंदाज कर देते है जैसे :


  •  लैपटॉप को स्क्रीन से पकड़ना :  ये कॉमन गलती लैपटॉप यूजर्स अपने लैपटॉप के साथ अक्सर दोहराते हैं। इससे  न सिर्फ लैपटॉप के Hinges पर प्रेशर पड़ता ब्लकि इससे लैपटॉप स्क्रीन भी डैमेज हो सकती है। 
  •  लैपटॉप को हमेशा चार्जिंग पर लगाकर रखना  : कई यूजर्स लैपटॉप को हमेशा चार्जिंग पर लगाकर रखते हैं। काम करते वक्त और काम नहीं होने पर भी पावर बटन ऑन रखते हैं। लैपटॉप को हमेशा चार्जिंग पर लगाकर रखने से उसकी बैटरी लाइफ कम होती है।
  •  लैपटॉप को उसके पॉवर कोर्ड के साथ खींचना : अक्सर यूजर्स लैपटॉप को चार्जिंग पर लगाकर भूल जाते हैं और कोर्ड को चार्जिंग पाइंट से हटाए बिना ही उसे एक प्लेस से दूसरे स्थान पर ले जाते हैं। इससे प्लग डैमेज होने के साथ ही लैपटॉप का DC जैक भी डैमेज हो सकता है। 
  •  लैपटॉप को हमेशा लैप (गोद) में रखना : लैपटॉप को हमेशा गोद या बेड पर रखकर काम करने से लैपटॉप ओवर हीटिंग होने के साथ ही उसके इंटरनल पार्ट डैमेज हो सकते हैं। क्योंकि ऐसे में एयर वेंट्स कवर हो जाती हैं। और कूलिंग नहीं हो पाती। हांलाकि ऐसे लैपटॉप को यूज करना Comfertable लगता है। लेकिन यह लैपटॉप के लिए सही नहीं है।  
  •  खाना खाते समय लैपटॉप का यूज करना  : अक्सर हम लैपटॉप पर मूवी देखते या गेम खेलते हुए खाना खाते हैं। यह हमें फनी लगता है। लेकिन यह आदत लैपटॉप के लिए बहुत खतरनाक हो सकती है। लैपटॉप पर जूस या पानी गिरने पर शॉटसर्किट, लैपटॉप में आग लगने और अचानक Shut Down होने जैसी प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। 
  •  लैपटॉप को एंटी वायरस के बिना यूज करना : लैपटॉप को एंटी वायरस के बिना यूज करने से इसका परफॉर्मेंस स्लो होने के साथ ही यह पूरी तरह से फेल भी हो सकता है। हैकिंग और डेटा लॉस का खतरा तो होता ही है। 
  • पावर कोर्ड को गलत डायरेक्शन में लगाना : लैपटॉप को चार्जिंग पर लगाते वक्त हम ध्यान नहीं रखते कि कोर्ड रास्ता तो नहीं रोक रही है। ऐसे में अचानक किसी के आने या टकरा जाने से पॉवर कोर्ड पर अचानक प्रेशर पड़ता है। इससे इसके डैमेज होने के साथ ही लैपटॉप भी फ्लोर पर गिर सकता है। इससे लैपटॉप के इंटरनल के साथ ही एक्सर्टनल पार्ट्स भी डैमेज हो सकते हैं।    
  • लैपटॉप को बंद किए बिना छोड़ देना  : कुछ लैपटॉप में Hibernate का ऑप्शन ऑटो होता है। जो लिड क्लोज होने पर अपने आप ऑन हो जाता है। लेकिन लैपटॉप का यूज न होन पर उसे पूरी तरह से बंद करना ही सही होता है। 
  • टेक्नीशियन बनना  : जब तक आपको हार्डवेयर की पूरी जानकारी न हो लैपटॉप को न खोलें। इससे आपके लैपटॉप की परेशानी सॉल्व होने के जगह बढ़ सकती है। साथ ही थोड़ी सी गलती होने पर इससे आपका लैपटॉप पूरी तरह से खराब हो सकता है।  
  • लैपटॉप को बगैर इलेक्ट्रिक प्रोटेक्शन के यूज करना  : लैपटॉप पर इलेक्ट्रिक फ्लेक्चुएशन का ज्यादा असर होता है। Surge Protection के बगैर लैपटॉप का यूज करना उसे हमेशा के लिए खराब कर सकता है। 


ऐसे करने से बढ़ जाएगी लैपटॉप की लाइफ 


  •  हमेशा लैपटॉप को उसके बेस से ही पकड़ें । 
  •  लैपटॉप कम्प्यूटर की तरह नहीं होते। 100 बैटरी चार्ज होने पर उसे चार्जिंग से हटा देना चाहिए। 
  • लैपटॉप को चार्जिंग पोइंट से निकालने के बाद ही मूव करें। 
  •  लैपटॉप यूज करने का सही तरीका मजबूत और फ्लैट सरफेस पर रखकर काम करना है। इसे तकिए पर भी नहीं रखना चाहिए।
  •  लैपटॉप पर काम करते वक्त खाना या जूस न पिएं। साथ ही लैपटॉप के पास सेम सरफेस पर लिक्विड न रखें। 
  • लैपटॉप में अच्छा एंटीवायरस डाउलनोड करें। फ्री एंटीवायरस की जगह पेड लाइसेंस वाला एंटीवायरस रखें। यह आपके लैपटॉप को पूरी तरह सिक्योर रखेगा।  
  • लैपटॉप को चार्जिंग पर लगाते वक्त ध्यान रखें। कोर्ड को एेसी जगह न लगाएं जहां से ये किसी के रास्ते में आएं। '
  •  लैपटॉप को Shut Down करें इसके पहले उसे स्लीप मोड या Hibernate पर भी डाल सकते हैं। 
  • लैपटॉप में कोई भी परेशानी होने पर उसे एक्सपर्ट को दिखाएं।
  • लैपटॉप को सूरज Protector से सिक्योर कर यूज करें।


Keywords : Hibernate , Shut Down, Sleep, Laptop, Charge, Anti virous,  Computer, Charging cord 

Thursday, 14 April 2016

पढ़े फेसबुक मैसेंजर का सीक्रेट मैसेज - Read the secret message of Facebook Messenger

फेसबुक  ने एक नया फीचर ऐड किया है  मैसेज रिक्वेस्ट . मैसेज रिक्वेस्ट  उन लोगो के लिए है जिसे आप बिना फ्रेंड बनता बात कर सकते है । यदि कोई आपको मैसेज करता है तो आप उसका रिक्वेस्ट बिना एक्सेप्ट किये नहीं बात कंटिन्यू नहीं कर सकते है . मैसेज रिक्वेस्ट में जो भी मैसेज आता है वह मैसेंजर के एक हिडन फोल्डर में सेव हो जाता है और इसका कोई नोटिफिकेशन भी नहीं आता है जिसकी वजह से आप इसे देख नहीं सकते है । मैसेज के इस हिडन फोल्डर को खोज निकलने का बहुत आसान सा तरीका है. दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें आपका फोल्डर मिल जायेगा
स्टेप्स ये है :


  1. स्मार्टफोन का फेसबुक मैसेंजर (Messenger) ऐप ओपन करें। 
  2. मैसेंजर के सेटिंग में जाये  . ओपन करने के बाद राइट लास्ट में दिए गए सैटिंग आइकन पर टैप करें।
  3. Setting ओपन करते ही आपको Notification and Sounds के नीचे People दिखेगा,  उसे (People ) टैप करें।
  4. पीपल फोल्डर में  Message Request सिलेक्ट करें  यहां आपको Message दिखने लगेंगे। 
  5.  Message Request सिलेक्ट करने पर आपको Filtered Request का ऑप्शन दिखेगा। इसे (Filtered Request को ) सिलेक्ट करें।
  6. यहां से अब भेजी गई Message Request और मैसेज पढ़ सकते हैं। सालों पुराने मैसेज जो आपने अभी तक देखें भी नहीं वे आपको यहां मिलेंगे। 

Keywords : Message Request, Messenger App, Notification and Sounds, Filtered Request, Messenger , Facebook Messenger , 

Friday, 8 April 2016

आपके एंड्रॉयड स्मार्टफोन में आपके पसंद का आइकॉन- Icon of your choice in your Android smartphone

हम जानते है की एंड्रॉयड स्मार्टफोन को पर्सनलाइज किया जा सकता  है.  वॉलपेपर, विजिट्स और लॉन्चर के जरिए अपने स्मार्टफोन को अपने तरीकों में बदल सकते हैं. इसे हम अपने मन मुताबिक कस्टमाइज कर सकते हैं. आप एंड्रॉयड के सभी आइकन्स को भी बदल सकते हैं , आप आइकन के सैकड़ों डिजाइन में से अपना मन पसंद आइकॉन चुन सकते हैं और आइकन्स को बेहतरीन बना सकते हैं.

 स्मार्टफोन में आइकन्स को भी बदलने के लिए सबसे पहले आपको अपने स्मार्टफोन में एक लॉन्चर इंस्टॉल करना होगा. क्योंकि बिना लॉन्चर के आइकन पैक काम नहीं करते.

यहां कुछ ऐसे आइकन पैक बताए गए है  जिसे इस्टॉल करते ही आपको ऐसा लगेगा जैसे आपके स्मार्टफोन का यूजर इंटरफेस पूरी तरह से बदल गया है.

Outer Space Icon Pack :यह आइकन पैक दूसरों से काफी अलग है. इसे इंस्टॉल करने पर सभी आइकन कार्टून की तरह हो जाएंगे. इसके दो मेन कैरेक्ट- रैबिट और कैट हैं. सभी आइकन एक दूसरे से अलग दिखते हैं, लेकि कई बार आप चकमा खा सकते हैं. कार्टून कैरेक्टर जिन्हें पसंद है उनके लिए यह अच्छा आइकन पैक है. इसे गूगल प्ले स्टोर से फ्री डाउनलोड किया जा सकता है.

Moonshine :यह गूगल प्ले स्टोर पर सबसे ज्यादा डाउनलोड किए जाने वाले आइकन पैक्स में से एक है. इसे खास तौर पर एंड्रॉयड 5.1 लॉलीपॉप के लिए बनाया गया है. इसके आइकन भी कलरफुल हैं और मैटेरियल डिजाइन वाले हैं. देखने में काफी सिंपल और कैची लगते हैं. इसे भी गूगल प्ले स्टोर से फ्री डाउनलोड किया जा सकता है.

Polycon :आपके पास स्टॉक एंड्रॉयड नहीं है और आपको इसे यूज करना है तो यह आइकन पैक आपके लिए बेहतर है. इसमें दिए गए आइकन्स मैटेरियल लुक वाले हैं. इसमें आपको 500 आइकन मिलेंगे. गूगल प्ले स्टोर से इसे फ्री डाउनलोड कर सकते हैं.

Min :जैसा इसका नाम है वैसे ही इसमें दिए गए आइकन हैं. यह सभी आइकन को छोटा कर देता है और सभी के कलर को एक जैसे करता है. यह उन लोगों के लिए बेहतर साबित होगा जो बड़े आइकन और ज्यादा कलर से परेशान रहते हैं. इसे भी गूगल प्ले स्टोर से फ्री डाउनलोड किया जा सकता है.

Candy Cons :इस आइकन पैक में 1,000 आइकन हैं और सभी कलरफुल हैं. हालिया अपडेट में इसे भी एंड्रॉयड के नए वर्जन तर्ज पर मैटेरियल डिजाइन का बनाया गया है. इसमें सिर्फ आइकन ही नहीं बल्कि वॉलपेपर भी हैं. इसके अलावा नए आइकन के लिए इसमें रिक्वेस्ट भी किया जा सकता है.


Keywords : Android, Icon Pack, Smartphone, Revamp, Launcher, Candy Cons, Min, Polycon, Moonshine, Outer Space Icon Pack






Thursday, 7 April 2016

टाइपिंग स्पीड बढ़ाने का तरीका - Step to Improve Your Typing Speed

आज की हाई टेक वर्ल्ड में लोग ज्यादा से ज्यादा समय कम्प्यूटर और लैपटॉप  पर बीतते है । यदि समय कंप्यूटर पर बीत रहा ह तो जाहिर सी बात है की टाइप भी करते होंगे ।  कुछ लोगो की टाइपिंग स्पीड फ़ास्ट तो कुछ लोगो का समान्य होता है । लेकिन कुछ लोग भुत ही स्लो टाइप करते है जिससे उनको काफी परेशानी होता है  । अब स्लो टाइप करने वालो को परेशान होने के बदले आपने स्पीड को बढ़ाना है । स्पीड बढ़ाने के लिए यहाँ कुछ वेबसाइट  दिए गए है जहां से आप अपना स्पीड बढ़ा सकते है ।

 ये है आपकी टाइपिंग स्पीड बढ़ाने में मददगार वेबसाइट :

 Typingtest.com : इसे टाइपिंग सिखाने वाली बेस्ट वेबसाइट कहा जा सकता है। इस पर जाते ही सबसे पहले आपका टाइपिंग टेस्ट लिया जाता है। जिसमें 1 मिनट में आप कितने शब्द टाइप करते हैं यह देखा जाता है।

उसके बाद आपकी स्पीड कैसे बढ़ानी है उस पर काम किया जाता है। इसमें आपकी Keys पर पकड़ मजबूत बनाने के लिए प्रेक्टिस करवाई जाती है। इसमें गेम के जरिए भी टाइपिंग स्पीड बढ़ाई जाती है।

Fastfingrs.com  :इस वेबसाइट पर भी आप अपनी टाइपिंग स्पीड टेस्ट कर सकते हैं। यह बहुत ही आसान है। इसका उपयोग आप बिना रजिस्ट्रेशन के भी कर सकते हैं। लेकिन रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद इसके टाइपिंग कॉम्पटीशन में भी पार्टिसिपेट कर सकते हैं।

Freetypinggame.net : इस वेबसाइट पर बहुत सारे गेम्स उपलब्ध हैं। जिनको खेलकर आप अपनी टाइपिंग स्पीड बढ़ा सकते हो। इन गेम्स में आपको words को बहुत स्पीड से टाइप करना होता है। गेम्स खेलते हुए आप अपनी स्पीड टेस्ट कर सकते हैं। इस पर काम करना इंजॉय किया जा सकता है।

 speedtypingonline.com  : इस वेबसाइट पर भी गेम्स और टाइपिंग टेस्ट उपलब्ध हैं। इसके साथ ही आपको टाइपिंग लेसन भी मिलेंगे। इनकी प्रेक्टिस कर आप अपनी स्पीड बढ़ा सकते हैं।

Typeracer.com  : यह वेबसाइट उन लोगों के लिए बेस्ट है जिन्हें कार रेसिंग पसंद है। इस वेबसाइट पर आपके साथ एक कार रेस करवाई जाती है। जिसमें आपकी कार के साथ अन्य कारें चलती है। आपकी कार आपकी टाइपिंग स्पीड के अनुसार चलती है। इससे आप तेजी से टाइपिंग करना सीखते हो।

Powertyping.com : यह वेबसाइट एक कम्पलीट ट्यूटर की तरह आपको सिखाएगी। इस पर कई टेस्ट, प्रेक्टिस सेट्स, टाइपिंग गेम्स उपलब्ध हैं। इनसे आप डेली बेसिस पर टाइपिंग प्रेक्टिस कर अपनी टाइपिंग स्पीड बढ़ा सकते हैं।

Keywords : Step to Improve Your Typing Speed, Typing Speed, How to increase Typing Speed, Improve Typing Speed, Computer Typing Speed, Laptop Typing Speed, Keyboard, Computer, Laptop

Tuesday, 5 April 2016

ऐसे करें फेसबुक के वीडियो डाउनलोड - Steps to download video from Facebook

आज कल लोगो का ज्यादा से ज्यादा समय इंटरनेट पर ब्यतित हो रहा है , इंटरनेट पर भी सबसे ज्यादा सोशल नेटवर्किंग साइट समय बीतते है , औरआपको बता दे  दुनिया का सबसे बड़ा नेटवर्किंग साइट फेसबुक है. फेसबुक पर हमें कई तरह के वीडियो देखने को मिलते हैं, जिनमें से कई हमें बेहद पसंद भी आते हैं, लेकिन क्या आप इन्हें डाउनलोड कर पाते हैं! यदि नहीं, तो आज हम आपको बताते हैं कि आप फेसबुक के मजेदार वीडियो कैसे डाउनलोड कर सकते हैं. वीडियो को ढूंढ़े: फेसबुक पर किसी दोस्त के द्वारा उपलोड किया गया या शेयर किया गया वीडियो डाउनलोड करना काफी आसान है. सबसे पहले फेसबुक ओपन करें और उस वीडियो को ढूंढ़ें.

प्ले करें : जिस विडियो को डाउनलोड करना चाहते हैं उसे प्ले करें.

लिंक सेलेक्ट कर लें : वीडियो का लिंक एड्रेस बार से सेलेक्ट कर लें.

यूआरएल को बदल दें : अब वीडियो के यूआरएल को बदल दें. इसके लिए जहां पर www लिखा है उसकी जगह m लिख दें, जिसके बाद लिंक का शुरुआती भाग कुछ इस तरह दिखेगा https://m.facebook.com/...

मोबाइल वर्जन : जब यूआरएल बदल जाये, तो एंटर प्रेस कर विडियो का मोबाइल वर्जन ओपन करें. save video as : अब वीडियो को प्ले करें और उस पर राइट क्लिक कर दिए गये विकल्पों में से save video as पर क्लिक करें.

Keywords : Facebook , Video, social, Networking Site, Socile media,


Sunday, 3 April 2016

ये काम की 'चीजें' सेव न करें मोबाइल में

आज के इस हाई टेक युग में इलेक्ट्रॉनिक्स गॅजेट्स के साथ लोग पूरा दिन रत बिता देते है पता ही नहीं चलता है । आज हे जनरेशन की जरूरत हो गई है स्मार्टफोन , लेकिन देखा जाए तो  इसकी जरूरत बढ़ने के साथ साथ परेशानियां भी बढ़ गई है  आये दिन टेक्नोलॉजी के साथ साथ साइबर क्राइम भी बढ़ता जा रहा है ।  साइबर अपराधियों के मंसूबे भी बढ़ रहे हैं। इन अपराधियों का शिकार होने से बचने के लिए जरूरी है कि हम थोड़ी सी सावधानी बरतें। आज बहुत से ऐसे ऐप आ गए हैं जो कि आपके मोबाइल का पूरा डेटा कॉपी कर लेते हैं और फिर उस डेटा का दुरुपयोग किया जाता है। आज हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसी चीजों के बारे में जिनको अपने मोबाइल में सेव करने से बचना चाहिए।

पर्सनल नंबर  : कई बार लोग अपना आधार कार्ड नंबर, पैन नंबर या बैंक अकाउंट नंबर आदि को अपने मोबाइल में सेव करके रखते हैं, यह सोचकर कि अचानक जरूरत पड़ने पर आसानी होगी। लेकिन इन नंबर्स को भूलकर भी अपने मोबाइल फोन में सेव करने की गलती न करें। अगर याद रखने की समस्या है तो किसी डायरी आदि में सभी नंबर लिखकर रखें जिससे कि आवश्यकता पड़ने पर उनका उपयोग कर सकें।

पासवर्ड  : आजकल हर किसी के पास बहुत से पासवर्ड होते हैं, जिन्हें याद रख पाना मुश्किल काम है, लेकिन इस मुश्किल काम को आसान करने का तरीका यह नहीं है कि आप पासवर्ड को अपने मोबाइल में सेव करके रखें। मोबाइल चोरी होने की स्थिति में टेक्नॉलजी की सामान्य सी जानकारी रखने वाला कोई शख्स भी इनका मिसयूज कर सकता है।

पर्सनल फोटो : किसी भी तरह के फोटो क्लिक करने के लिए आप अपनी निजी जिंदगी में आजाद हैं लेकिन इन फोटो को भूलकर भी अपने स्मार्टफोन में सेव करके न रखें।

क्रेडिट कार्ड का फोटो : कई बार लोग अपने जरूरी दस्तावेजों मसलन क्रेडिट कार्ड का फोटो खींचकर अपने मोबाइल में रख लेते हैं। दोनों साइड की फोटो होने के कारण कार्ड से एक्सपायरी डेट, नाम, सीवीवी नंबर जैसी पूरी जानकारी जो उसका मिसयूज करने के लिए चाहिए, बड़ी आसानी से मिल जाती है। गलत हाथों में स्मार्टफोन या उसके डेटा के पड़ने का मतलब है, आपके क्रेडिट कार्ड का मिसयूज।

K

Tuesday, 29 March 2016

फैक्ट्री रीसेट के जरिए स्मार्टफोन का डेटा डिलीट करें - Factory Reset in Samrtphone

फैक्ट्री रीसेट के जरिए भी आप अपने फोन से सबकुछ डिलीट कर सकते हैं, लेकिन कुछ लोग डिलीट किए हुए डेटा को भी रिकवर कर सकते हैं। अगर आप सुनिश्चित करना चाहते हैं कि डिलीट किए गए डेटा को कोई रिकवर न कर सके तो आप हार्डवेयर इनक्रिप्शन को इनेबल कर दें। ज्यादातर लोग प्वाइंट 1 और 2 को नजरअंदाज कर सीधे तीसरे प्वाइंट से शुरुआत कर सकते हैं।

1. स्मार्टफोन की सेटिंग्स में जाएं। सिक्युरिटी चुनें और इनक्रिप्ट फोन पर टैप करें। इस प्रक्रिया में ज्यादा समय लगता है, इसलिए आप अपने फोन को चार्जर से कनेक्ट कर लें।

2. एक बार फिर से इनक्रिप्ट फोन को टैप करें। कुछ लोगों ने पाया है कि यह प्रक्रिया एक बार में शुरू नहीं होती। ऐसे में आपको कुछ और बार कोशिश करनी होगी।

(इस प्रोसेस में करीब 1 घंटे लगते हैं, इसलिए  फोन को चार्ज में रखकर इंतजार करना होगा। एक बार यह हो जाए, तो आप फोन को रीसेट कर लें।)

3. सेटिंग्स में जाकर Backup & reset चुनें। फिर फैक्ट्री डेटा रीसेट चुनें। अगले स्क्रीन में Erase phone data बॉक्स को टिकमार्क करें। कुछ फोन में आप मैमोरी कार्ड से भी डेटा हटा सकते हैं इसलिए किसी बटन को टैप करने से पहले लिखे हुए निर्देश को ध्यान से पढ़ लें।

4. इसके बाद एक वार्निंग (चेतावनी) स्क्रीन आएगा। आगे बढ़ने के लिए रीसेट फोन पर टैप करें।

5. इस प्रक्रिया में कुछ वक्त लग सकता है। इसके बाद आपका फोन रीबूट होकर उस स्थिति में पहुंच जाएगा जब आपने उसे खरीदा था। आपको एक बार फिर से भाषा चुनने और साइन इन करने का निर्देश मिलेगा।

 Note : यह स्टेप्स हर फोन पर लागू नहीं होंगे। यह डिवाइस के मैनिफेकचरर और एंड्रॉयड के वर्ज़न पर निर्भर करेगा।


Keywords : Factory Reset in Samrtphone, Factory Reset, Samrtphone, Reset Smartphone, Data Delete by factory reset in Samrtphone

डेटा बैकअप करने का तरीका - Process to take Data backup of Smartphone


 एंड्रॉयड के साथ एक अच्छी बात यह है कि आपको फोन सेटअप करने के लिए गूगल अकाउंट की जरूरत पड़ती है, और इसके साथ आपके डिवाइस का बैकअप बनना शुरू हो जाता है। बैकअप को चेक करने के लिए  दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें।


  1.   स्मार्टफोन फोन की सेटिंग्स में जाएं। 
  2.   बैकअप एंड रीसेट को चुनें।
  3.   आप Back up my data का ऑप्शन होगा ।
  4.   इसके बाद पिछले पेज पर वापस जाएं। स्क्रॉल डाउन करके अकाउंट्स ऑप्शन तक पहुंचे फिर गूगल पर  टैप करें।  
  5.  आप अपना गूगल अकाउंट देख पा रहे होंगे जिसका इस्तेमाल फोन सेटअप करने के लिए किया गया था। इसके बगल में एक ग्रीन सिंक सिंबल भी होगा। अब अकाउंट पर टैप करें।
  6.  यह सुनिश्चित करें कि सभी ऑप्शन चुने हुए हैं। इसके बाद आपके गूगल अकाउंट के जरिए कैलेंडर, कॉन्टेक्ट्स, ईमेल और फोटो, सब कुछ अपने आप ही गूगल+ पर बैकअप हो जाएंगे।


 Note : एंड्रॉयड के सभी वर्जन अपने आप ही फोटो बैकअप नहीं करते।


Keywords :  Process , take Data backup , Smartphone, backup

मैमोरी कार्ड को फॉर्मेट करने का तरीका

 स्मार्टफोन के मैमोरी कार्ड को पूरी तरह से फॉर्मेट करने का  बहुत ही आसान  तरीका


  1.  स्मार्टफोन की  सेटिंग्स में जाएं और स्टोरेज चुनें।
  2.  नीचे की तरफ स्क्रॉल करें और Erase SD card पर टैप करें। इसके बाद आपको एक वार्निंग मैसेज मिलेगा जिसमें लिखा होगा कि ऐसा करने से आप अपना सारा डेटा खो देंगे।
  3.  इसके बाद आगे बढ़ने के लिए Erase SD card बटन पर टैप करें। अगर आपका एसडी कार्ड पासवर्ड से सिक्योर है तो आपको आगे बढ़ने के लिए PIN डालने की जरूरत पड़ेगी।


कभी कभी फॉर्मेट किए गए एसडी कार्ड से भी फाइल्स को रिकवर किया जा सकते हैं, और इस प्रोब्लम से छुटकारा पाने का आसान तरीका है ''लेयरिंग''। फॉर्मेट किए हुए कार्ड में कुछ और डेटा डाल दें, फिर उसे डिलीट करें, और इस प्रोसेस को दो-तीन बार दोहराएं। ऐसे करने से ऑरिजनल डेटा हमेशा के लिए डिलीट हो जाएगा।

Keywords : Momery Card , Format, Smartphone, Storage , Delete

Saturday, 19 March 2016

सभी बजट स्मार्टफोन के जरूरी फीचर - The essential feature of the budget smartphone

भारतीय स्मार्टफोन बाजार में सबसे ज्यादा मांग बजट स्मार्टफोन की ही है। बजट स्मार्टफोन ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए ही बड़ी कंपनियों से लेकर चीनी हैंडसेट निर्माता भी महंगे फीचर से लैस बजट स्मार्टफोन सेगमेंट पर ध्यान दे रही हैं। बजट स्मार्टफोन सेगमेंट में चल रही रेस ने कंपनियों को एडवांस फीचर वाले स्मार्टफोन लॉन्च करने पर मजबूर भी कर दिया है।

शाओमी और एलईईको जैसे ब्रांड 12,000 से कम कीमत के स्मार्टफोन में फिंगरप्रिंट सेसर और क्विक चार्जिंग तकनीक जैसे प्रीमियम फीचर देकर पहले ही इस रेस में शामिल हो चुके हैं। लेकिन अभी भी कई बजट फ्रेंडली स्मार्टफोन में महंगे स्मार्टफोन वाले उन फीचर की कमी है जिसकी वजह से महंगे स्मार्टफोन ग्राहक की पसंद बनते हैं।

यहां जानें वो 5 जरूरी फीचर जिन्हें निर्माताओं को सभी बजट स्मार्टफोन में देना चाहिए।

1. फिंगरप्रिंट स्कैनर
मार्शमैलो अपडेट के साथ ही गूगल ने फिंगरप्रिंट स्कैनर समेत कई मुख्य फीचर नए जोड़े हैं। इसलिए बजट स्मार्टफोन में फिंगरप्रिंट स्कैनर फीचर होना जरूरी हो गया है। फिंगरप्रिंट स्कैनर के साथ आप सिर्फ आसानी से फोन को ही अनलॉक नही करते बल्कि आपके स्मार्टफोन को सुरक्षित भी बनाता है। फिंगरप्रिंट स्कैनर को आप अपने क्रेडिट कार्ड डिटेल के बफर के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपको दोबारा अपनी क्रेडिट कार्ड डिटेल ऑनलाइल नहीं डालनी होगी।



इसके अलावा फिंगरप्रिंट स्कैनर से आप बिना फोन को एक्टिव किये मनचाहे ऐप को खोल और इस्तेमाल कर सकते हैं। भारतीय बाजार में पहले ही कम दाम में एलईईको एलई 1एस, कूलपैड नोट 3 लाइट और लेनोवो के कई स्मार्टफोन फिंगरप्रिंट सेंसर के साथ मौजूद हैं। अगर कूलपैड 7,000 रुपये के फोन में फिंगरप्रिंट स्कैनर दे सकती है तो निश्चित तौर पर दूसरी कंपनियां भी ऐसा कर सकती हैं।

2. यूएसबी टाइप-सी
आने वाली यूएसबी कनेक्टिविटी को ध्यान में रखते हुए यूएबी टाइप-सी पोर्ट होना जरूरी है (हर कोई मेरी बात से सहमत नहीं हो सकता)। बजट स्मार्टफोन के साथ-साथ सभी स्मार्टफोन में यह एक मानक के तौर पर आना चाहिए। हालांकि अभी बहुत से यूजर के लिए टाइप-सी पोर्ट बहुत बडड़ी जरूरत नहीं है लेकिन इसके कई फायदे हैं। यूसबी टाइप-सी से लैस स्मार्टफोन डिफॉल्ट क्विक चार्ज होते हैं और लगभग सभी भारतीय यूजर के लिए यह बहुत बड़ी बात है।



इसके अलावा, यह रिवर्स चार्जिंग को भी सपोर्ट करता है। हालांकि, अभी बहुत सारे निर्माता यूएसबी टाइप-सी एक्सेसरी नहीं बना रहे हैं। अगर बजट स्मार्टफोन में भी यह फीचर आता है तो इसमें बदलाव देखने को मिल सकता है। एलईईको एलई 1एस में टाइप-सी पोर्ट दिया गया है जिससे पता चलता है कि बजट डिवाइस में इस फीचर का होना मुश्किल नहीं है।

3. लेजर एफ/पीडीएफ
फ्लैश के साथ बेहतरीन तस्वीर खींचने के लिए लेजर ऑटोफोकस तकनीक बहुत ज्यादा जरूरी है। इसलिए हर स्मार्टफोन कैमरे को इस तकनीक से लैस होना चाहिए। आसुस ज़ेनफोन 2 लेजर बजट स्मार्टफोन में इस फीचर के साथ उपलब्ध है और यह बात सभी कंपनियों को ध्यान रखना चाहिए।



इन दिनों सभी स्मार्टफोन निर्माता अपने बजट सेगमेंट स्मार्टफोन में कैमरे को एक यूएसपी की तरह पेश कर रहे हैं। ऑटोफोकस फीचर ना होने की वजह से जब आप बेस्ट शॉट नहीं ले पाते हैं तब ऑटोफोकस फीचर लैस स्मार्टफोन जरूरी हो जाता है।

अगर आप किसी स्मार्टफोन के कैमरे को प्रमोट कर रहे हैं तो किसी भी प्यार भरे लम्हे को तस्वीर में कैद करने के लिए अगर स्मार्टफोन के कैमरे में फेज़ डिटेक्शन ऑटो फोकस होना जरूरी है।

4. क्विक चार्जिंग
शायद यह एक सबसे ज्यादा जरूरी फीचर है जो बजट स्मार्टफोन में होना ही चाहिए। अब जबकि इन स्मार्टफोन में बैटरी क्षमता कम है और चूंकि फोन के डिजाइन और उन्हें पतले से पतला बनाने के लिए बैटरी भी छोटी कर दी जाती है तब क्विक चार्जिंग तकनीक बैटरी चार्ज रखने में मददगार होगी। धारे-धीरे यह एक आम फीचर बन रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही यह सभी स्मार्टफोन में अनिवार्य हो जाएगा।



5. एनएफसी
एनएफसी गूगल प्ले इस्तेमाल करने का सबसे सुरक्षित तरीका है और इसे ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के भविष्य के तौर पर देखा जा रहा है। इसलिए बजट स्मार्टफोन का एनएफसी इनेबल होना जरूरी है। हालांकि, यह तकनीक सिर्फ सुरक्षित ऑनलाइन पेमेंट तक ही सीमित नहीं है। इसमें अपार संभावनाएं निहित हैं।

बाजार में की एनएफसी टैग उपलब्ध हैं जिससे आप कुछ निश्चित टास्क कर सकते हैं। इससे आप सिर्फ टैग पर टैप कर प्रीसैट टास्क को कर सकेंगे। एनएफसी एक बहुत काम का फीचर है और बजट सेगमेंट में लेनोवो वाइब के4 नोट में यह पहले से उपलब्ध है।

ये पांच फीचर महंगे स्मार्टफोन में देखे जाते हैं लेकिन हाल ही में लॉन्च हुए कई बजट स्मार्टफोन में भी उपलब्ध हैं।



Keywords : The essential feature of the budget smartphone, Smartphone, Mobile, Budget Smartphone

Tuesday, 15 March 2016

खोये हुए फ़ोन को ढूढ़ने का तरीका -Step to search your lost Smartphone

हमारे आस पास कई ऐसे इंसिडेंट होते है जिसमे कभी किसी का फ़ोन खो जाता है तो कभी कहि छूट जाता है तो कई लोग भूल भी जाते है और जब फ़ोन कई जरूरत होती है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है . जब कभी किसी का फ़ोन खोता है तो उसके साथ साथ बहुत सारी परेशानिया झेलनी पड़ती जैसे , कॉन्टेक्ट नंबर ,  पासवर्ड , कुछ जरूरी इनफार्मेशन के साथ डॉक्यूमेंट और इमेजेज खो जाते है . इन सब परेसानी से बचने हा तरीका है क्यों न खोये हुए फ़ोन को ढूढ़ निकले . खोये हुए फ़ोन को ढूढ़ने का तरीका :

  • स्मार्टफोन में लगभग सभी आपने ईमेल आई डी को एक्सेस करते है .  
  • स्मार्टफोन में एक्सेस ईमेल आई डी को लोगिन करे .
  • गूगल सर्च बार में टाइप करे "where's my Phone". और एंटर प्रेस करे`.
  • एंटर प्रेस करते ही गूगल मैप ओपन होगा जो फ़ोन का लोकेशन दिखेगा , 
  • आप इस ओपन विंडो से फ़ोन पर कॉल भी कर सकते है यदि फ़ोन  साइलेंट मोड में हो तब भी फ़ोन रिंग हो सकता है 

Step to Search your phone when it is lost

  • Login to Gmail id which active in your phone
  • Open Google in new tab
  • Type "Where's my phone" in Google search
  • Press enter and see what happen 
  • Google map open auto and show current location of your phone
  • Now you can make a proper call up on your cell phone

Keywords : How to search your lost Smartphone, Smartphone, , gmail, Google, google Map

Friday, 11 March 2016

आपको पता होने चाहिए ये टेक्नॉलजी हैक्स - You should know the technology hacks


  • अगर विडियो अटक रहा है या ब्राउजर में Adobe Flash Player नहीं होने का मेसेज आ रहा है तो YouTube HTML5 Player इस्तेमाल करें। इसके लिए विडियो प्लेयर पर राइट क्लिक करके HTML5 प्लेयर चुनें। इससे आप तेजी से विडियो देख पाएंगे।
  • विकिपीडिया के किसी पेज से गैरजरूरी जानकारी हटाने के लिए उस लिंक में शुरुआती 'en' को 'simple' से रिप्लेस कर दीजिए।
  • अगर नेटफ्लिक्स पर विडियो की क्वॉलिटी खराब है तो Ctrl+Shift+Alt+S प्रेस करके एचडी विडियो के लिए बफर रेट 3000 कर दें।
  • अगर आपको कल कोई मेल भेजना था और याद आज आया है, तो आप अपने कंप्यूटर की डेट चेंज करके वह मेल आज भेज सकते हैं। सामने वाले को वह मेल कल की तारीख से ही मिलेगा।
  • अगर आपकी एक्सेल फाइल बहुत हैवी है तो उसे .xlsb टाइप में सेव करें। इसका साइज 50-75 प्रतिशत तक कम हो जाएगा।
  • अगर कोई डाउनलोडेड पीडीएफ फाइल .exe से एंड हो रही है तो इसे डिलीट कर दें। यह वायरस है।
  • अलग-अलग वेबसाइट्स से अपनी पर्सनल डीटेल्स हटाने के लिए accountkiller.com का यूज करें।

Keywords : ब्राउजर , Adobe Flash Player , YouTube, HTML5 Player , विडियो प्लेयर , विकिपीडिया ,  नेटफ्लिक्स ,  मेल , कंप्यूटर , डेट चेंज ,  एक्सेल फाइल , हैवी , .xlsb ,  डाउनलोडेड, पीडीएफ , वायरस , वेबसाइट्स, पर्सनल डीटेल्स , accountkiller.com ,


Wednesday, 9 March 2016

इंटरनेट पर पहला इ-मेल ...- First Email on Internet




  1.  हाल ही में ई-मेल के जनक रे टॉमलिंसन का 74 साल की उम्र में निधन हो गया है। 1971 में उन्होंने पहला इलेक्ट्रॉनिक मैसेज भेजने का तरीका खोज निकाला था। आइए जानते हैं इंटरनेट की कुछ ऐसी ही दिलचस्प बातें जो पहली बार हुई थीं। जैसे पहला इंटरनेट विज्ञापन, इंटरनेट पर अपलोड की गई पहली तस्वीर।
  2.  इंटरनेट की दुनिया में पहला रजिस्टर्ड डोमेन नेम Symbolics.com है, जिसको 15 मार्च 1985 पंजीकृत कराया गया था। अब यह एक ऐतिहासिक स्थल के रूप में कार्य करता है।
  3. पहली वेबसाइट वर्ल्ड वाइड वेब के बारे में जानकारी के लिए समर्पित थी और इसको 6 अगस्त 1991 को लाइव किया गया था। यूआरएल देखिए : http://info.cern.ch/hypertext/WWW/TheProject.html
  4.  इंटरनेट पर अपलोड की गई पहली तस्वीर एक कॉमेडी बैंड (लेस हॉरेबिल करनेट्स) की थी जिसको टिम बर्नर्स ली (वर्ल्ड वाइड वेब के आविष्कारक) ने पोस्ट किया था।
  5. पहला एओएल इंस्टेंट मैसेज 6 जनवरी,1993 को अपनी पत्नी के लिए टेड लियोनसिस ने अपने पत्नी को भेजा था। इसमें लिखा था। "Don't be scared ... it is me. Love you and miss you." उनकी पत्नी ने जवाब दिया, "Wow ... this is so cool!" लियोनसिस बाद में एओएल के वाइस चेयरमैन बन गए।
  6.  Joe McCambley पहला बैनर विज्ञापन था जिसको ऑनलाइन डाला गया।। इसको HotWired.com पर अक्तूबर 1994 में लाइव किया गया था। इसमें 7 कला संग्रहालय एटी एंड टी ने प्रोमोट किया था।
  7.  पहली eBay पर बेचाया सामान एक टूटा हुआ लेजर प्वाइंटर था, जिसको 1995 में 14.83 डॉलर का बेचा गया।
  8. अमेजन पर 1995 में पहली बिकने वाली किताब डगलस होफस्टैड्टर की फॉ‌लिड कॉन्सेप्ट्स एंड क्रिएटिव एनालॉजिस थी।
  9. स्काइप पर पहला वाक्य डेवलपर्स के एक सदस्य ने अप्रैल, 2003 में एस्टोनियाई में बोला 'Tere, kas sa kuuled mind?'  "हैलो, आप मुझे सुन सकते हैं?" (ह‌िंदी में)।
  10.  मार्क जकरबर्ग आईडी नंबर 4 के साथ फेसबुक पर पहला व्यक्ति थे (पहले तीन फेसबुक अकाउंट परीक्षण के लिए इस्तेमाल किए गए थे)। फेसबुक में शामिल होने वाले पहले गैर-संस्थापक Arie Hasit (तस्वीर में) है, जो इसराइल में अब अध्ययन कर रहे हैं।
  11.  पहले यूट्यूब वीडियो सैन डिएगो चिड़ियाघर में सह-संस्थापक जावेद करीम ने पोस्ट किया गया था। यह 23 अप्रैल, 2005 को अपलोड किया गया था और लगभग 10 लाख बार देखा जा चुका है।
  12. पहला ट्वीट 21 मार्च, 2006 को सह-संस्थापक जैक डोर्सी ने  लिखा था।

Keywords : Email, Vedio Upload, Internet, First Domain, father of Email

Sunday, 6 March 2016

गर्मियों में लैपटॉप की बैटरी का बचाव - Defending laptop battery in Summer

गर्मियों में लैपटॉप के साथ उसकी बैटरी का खयाल रखना बहुत जरूरी है। बैटरी की सेफ्टी के लिए कुछ स्टेप्स फॉलो करेंने होते है । ये स्टेप्स बैटरी के साथ साथ लैपटॉप को भी सेफ रखेंगे :

* चार्जिंग के दौरान लैपटॉप को थोड़ा दूर रखें। चार्जर को अपनी बॉडी के करीब ना रखें।

* बैटरी चार्ज होने के बाद चार्जर अलग कर दें।

* बैटरी अगर ज्यादा जल्दी गर्म होने लगी है तो लगातार लैपटॉप का इस्तेमाल ना करें।

* कूलिंग किट के बाद भी अगर बैटरी गर्म हो रही है तो बैटरी बदलवा लें। लैपटॉप अगर जल्दी डिस्चार्ज हो रहा है तो बार-बार चार्जर अटैच करने पर भी लैपटॉप गर्म हो सकता है। ऐसे में भी बेहतर यही होगा की बैटरी रिप्लेस करवा लें।


Keywords : Defending laptop battery in Summer. Defending ,laptop battery , Summer, laptop , battery 

लैपटॉप ओवरहीटिंग रोकने के टिप्स - Tips To Prevent Laptop Overheating


अक्सर ऐसा होता है की आप लैपटॉप या कंप्यूटर को सर्दियों की अपेक्षा गर्मियां में जल्दी गर्म हो जाता है इसको ओवरहीटिंग कहते है और ओवरहीटिंग के कारण गैजेट्स खराब हो सकते हैं। क्यों ना हम इसे ओवरहीट ही ना होने दे । अब हमे कुछ ऐसा करना होगा जिससे हमारे गैजेट्स को ओवरहीटिंग की प्रॉब्लम ना झेलनी पड़े । लैपटॉप ओवरहीटिंग रोकने के लिए आपको कुछ टिप्स को फॉलो करना होगा ।

लैपटॉप ओवरहीटिंग रोकने के टिप्स 

CPU या लैपटॉप बैटरी और फैन की सफाई : कम्प्यूटर का सीपीयू या लैपटॉप बैटरी में अगर धूल जम जाए तो सिस्टम के गर्म होने का खतरा रहता है। इसलिए इनकी एक या दो महीनों में सफाई होती रहनी चाहिए।

कूलिंग किट : लैपटॉप का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स आम तौर पर कूलिंग किट का प्रयोग कर सकते हैं। मार्केट में 300 रुपए से लेकर 3000 तक अलग-अलग रेंज और शेप के कूलिंग फैन्स उपलब्ध हैं। लैपटॉप अगर पुराना हो गया है तो आम तौर पर अधिक इस्तेमाल कर उसमें कूलिंग की समस्या आ ही जाती है। ऐसे में एडिश्नल कूलिंग फैन का इस्तेमाल करना अच्छा विकल्प हो सकता है।

ध्यान रहे कहां रखा है लैपटॉप : ज्यादातर लैपटॉप नीचे की तरफ से कूलिंग के लिए हवा लेते हैं। ऐसे में अगर लैपटॉप किसी तकिया या कंबल पर रख दिया गया है तो प्रॉपर एयर वेंटिलेशन नहीं हो पाता है। लैपटॉप को किसी फ्लैट सरफेस पर रखा जाए तो उसके गर्म होने की संभावना थोड़ी कम हो जाएगी।



Note : कूलिंग किट के बाद भी अगर बैटरी गर्म हो रही है तो बैटरी बदलवा लें। लैपटॉप अगर जल्दी डिस्चार्ज हो रहा है तो बार-बार चार्जर अटैच करने पर भी लैपटॉप गर्म हो सकता है। ऐसे में भी बेहतर यही होगा की बैटरी रिप्लेस करवा लें।

Keywords : Tips To Prevent Laptop Overheating, Tips , Laptop Overheating,  Laptop, Overheating,  CPU Overheating

Tuesday, 1 March 2016

कुछ निर्देशो का ध्यान रखने से कम्प्यूटर में नहीं आएगा Virus - Direction for computer care


इंटरनेट सर्फिंग करते समय कई बार हमारे कम्प्यूटर या लैपटॉप में जाने-अनजाने वायरस आ जाते हैं। लेकिन अगर आप इंटरनेट सर्फिंग के वक्त इन  बातों का ध्यान रखेंगे तो अपने सिस्टम को वायरस से बचा सकेंगे।

1. हॉलीवुड सेलेब्रिटीज को सर्च करें संभलकर : आपके पसंदीदा हाॅलीवुड सेलेब्रिटी की सर्च के साथ आपके फोन में वायरस आ सकते हैं। वर्ल्ड सेलेब्रिटीज के नाम के साथ कई बार मालवेयर और वायरस अटैच होते हैं।

2015 में Intel Security Group ने द इंटेल सेक्युरिटी मोस्ट डेंजरस सेलेब्रिटीज की लिस्ट जारी की थी। इनको सर्च करने पर कम्प्यूटर और लैपटॉप में 20 प्रतिशत तक वायरस आ गए थे। इनमें कैटी पेरी, ब्रिटनी स्पीयर्स, ल्यूक ब्रायन जैसे 10 नाम शामिल हैं।

इसलिए सेलेब्रिटीज के सीक्रेट फुटेज, कंट्रोवर्सीज पर क्लिक करते वक्त ध्यान रखें। हर लिंक पर क्लिक न करें। ट्रस्टेड वेबसाइट या सेलेब्रिटीज की ऑफिशयल वेबसाइट पर जाकर ही आर्टिकल्स पढ़ें।

2. पहचाने सिक्योर वेबसाइट : अब तक 'http' को किसी भी वेबसाइट की सिक्योरिटी का सर्टिफिकेट माना जाता है। लेकिन कई बार 'http' वाली वेबसाइट्स से भी वायरस आ जाते हैं। इसलिए कभी भी अननोन साइट्स पर जाने से पहले चेक करें कि एड्रेस बार में  'https' से पहले लॉक का logo है नहीं।

3.क्लाउड सर्विस का यूज करते वक्त रखें ध्यान : आज के समय में क्लाउड सर्विस अपने डाटा को सेफ रखने का एक अच्छा ऑप्शन बन गया है। लेकिन यहां से आपके सिस्टम में आसानी से वायरस आ सकते हैं। जब भी क्लाउड सर्विस का यूज करें तो ध्यान रहें कि आपका डाटा Encryption मोड में हो।

4.  एडवांस्ड एंटीवायरस करें इन्स्टॉल  : एंटीवायरस तभी अच्छी तरह काम करता है, जब उसे अपडेट रखा जाए। virus, worms और Trojan horses हर रोज बनते हैं। इनसे लड़ने के लिए एंटीवायरस अपडेट होना जरूरी है। मार्केट में ऐसे कई एंटीवायरस मौजूद हैं, जिनमें रोज नए वायरस को सर्च कर खत्म करने का फीचर उपलब्ध है। ऐसे एंटीवायरस इन्स्टॉल कर वायरस से बचा जा सकता है।

5. ऑनलाइन मूवीज देखना है सेफ   : टोरेंट जैसी मालवेयर फ्री कही जाने वाली मूवीज, सॉन्ग और अन्य मीडिया डाउनलोड करने की ऐसी कई साइट्स पर भी वायरस इंफेक्टेड एड होते हैं। ये बगैर इंटरेक्शन के डायरेक्ट आपके सिस्टम में आ जाते हैं। मूवीज डाउनलोडिंग न करके इन्हें ऑनलाइन देखने से वायरस आने की संभावना कम हो जाएगी।

6. डेली स्कैनिंग : डिवाइस में सिर्फ एंटी वायरस डाउनलोड कर लेने से आपकी डिवाइस वायरस से सेफ नहीं है। आपको इसे वायरस से बचाने के लिए रेग्युलर स्कैन करना जरूरी है। कम्प्यूटर और लैपटॉप पर काम करने से पहले रोज उसे स्कैनिंग पर लगा देना चाहिए। इससे डिवाइस वायरस फ्री होने के साथ ही स्पीड से काम करेगी।

7. अपडेट मैसेज को न करें इग्नोर : Adobe Flash, Java और ऑपरेटिंग सिस्टम को लेकर बार-बार आने वाले अपडेट्स  हो सकता है आपको परेशान करते हों, लेकिन इनको समय-समय पर अपडेट करने से आप अपने सिस्टम को मालवेयर और वायरस अटैक से बचा सकते हैं।

8. ईमेल अटैचमेंट को भी करें स्कैन : वायरस के बचने के लिए ईमेल को स्कैन करना भी जरूरी है। यह फीचर एंटी वायरस में होता है। मेल रिसीव होने पर उसके अचैटमेंट्स को स्कैन करने के बाद ही डाउनलोड करना चाहिए, भले ही सेंडर आपके पहचान का हो। इससे आपकी सिस्टम में वायरस आने की संभावना काफी हद तक कम हो जाएगी।

9. पेन ड्राइव को स्कैन के बाद ही यूज करें : पेन ड्राइव डाटा शेयरिंग के लिए अच्छा ऑप्शन होती है लेकिन सिस्टम सबसे ज्यादा वायरस भी इससे आते हैं। पेन ड्राइव को स्कैन करने के बाद ही उसे सिस्टम में लगाएं।

10. अवॉइड करें ऐसे फोन कॉल्स  :अगर आपके पास ऐसा कोई फोन कॉल आता है जिसमें कॉलर आपको गूगल, माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का अधिकारी बताकर आपके सिस्टम में प्रॉब्लम बताते हुए कोई सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने के लिए कहता है तो उसे सीधे मना कर देना चाहिए। अगर आप ऐसे किसी भी सॉफ्टवेयर को डाउनलोड कर लेते हैं तो आपका सिस्टम से वायरस अफेक्टेड हो सकता है।

Keywords : Internet, Useful Tips , Prevent Virus Attack, Virus , Computer

स्मार्टफोन के बारे में झूठ हैं ये - Most Common Myths About Smartphones

स्मार्टफोन की बैटरी, कैमरा, प्रोसेसर और ऐप्स से जुडी झूठ और सच्चाई

 स्मार्टफोन के झूठ


  1.  प्रोसेसर डबल करने से ही फोन की परफॉर्मेंस डबल हो जाती है।  
  2. ज्यादा मेगापिक्सल मतलब बेहतर फोटोग्राफी। 
  3. स्क्रीन को स्क्रैच से बचाने के लिए ​स्क्रीन प्रोटेक्टर लगाना जरूरी है। 
  4. स्मार्टफोन में वायरस और मालवेयर आते हैं। 
  5. ऐप्स बंद करने से फोन की परफॉर्मेंस बढ़ जाएगी। 
  6.  लोकल चार्जर का इस्तेमाल करने से बैटरी फट जाती है।
  7. थर्ड पार्टी ऐप्स बैटरी लाइफ बढ़ाने में मदद करते हैं। 
  8. ब्लूटूथ या वाई-फाई के ऑन होने से फोन की बैटरी जल्दी डिस्चार्ज होती है। 
  9. मैगनेट के पास रखने से फोन का डाटा रिमूव हो जाएगा। 
  10. चार्जिंग के दौरान फोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। 


स्मार्टफोन की सच्चाई


  • आप फोन की चिप को सिंगल कोर से डुअल कोर कर देते हैं। फिर डुअल कोर से क्वाड कोर कर देते हैं। लेकिन फोन के बाकी रिसोर्सेस तो वही रहते हैं। ऐसे में इन सभी कोर को एक ही बैटरी और लिमिटेड मेमोरी से काम चलाना पड़ता है। ऐसे में सिर्फ प्रोसेसर को डबल करने से ही फोन की परफॉर्मेंस डबल नहीं होगी।
  • स्मार्टफोन का बेस्ट फीचर होता है इसका डिजिटल कैमरा। अगर आपको लगता है कि ज्यादा मेगापिक्सल होने से इमेज क्वालिटी बेहतर होगी तो आप गलत सोच रहे हैं। ज्यादा मेगापिक्सल किसी इमेज को बड़ी शीट पर प्रिंट करने के लिए यूजफुल होता है। फोटो की इमेज क्वालिटी कैमरे की शटर स्पीड और अपर्चर पर निर्भर करती है, न कि मेगापिक्सल पर। 
  •  स्क्रीन को स्क्रैच से बचाने के लिए हम सभी फोन में स्क्रीन प्रोटेक्टर/ स्क्रीन गार्ड लगाते हैं। लेकिन अब लगभग सभी स्मार्टफोन कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास और स्क्रीन प्रोटेक्शन टेक्नोलॉजी के साथ आते हैं जो कि स्क्रीन को प्रोटेक्ट करने में केपेबल हैं। यानी स्क्रीन प्रोटेक्टर लगाना जरूरी नहीं है। 
  •  टेक एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आप थर्ड पार्टी या अनऑथराइज्ड सोर्स से ऐप डाउनलोड करते हैं, तभी आपके फोन में मालवेयर आएगा। एंड्रॉइड डिवाइसेस की बात की जाए तो अगर आप Google प्ले स्टोर से ऐप्स डाउनलोड करते हैं तो आपके फोन में मालवेयर नहीं आ सकता। ठीक ऐसा ही आईफोन के साथ है। 
  •   ये सच नहीं है। रिसेंटली यूज्ड ऐप्स बैकग्राउंड में नहीं चल रहे होते हैं, बल्कि वो रैम में स्टोर होते हैं ताकि आप फिर से उनका इस्तेमाल करना चाहें तो तुरंत से उन पर जा सकें। इसलिए रिसेंटली यूज्ड ऐप्स को बंद करने की जरूरत नहीं है क्योंकि वे आपके फोन की परफॉर्मेंस पर कोई नेगेटिव असर नहीं डालते। 
  • स्मार्टफोन बैटरी में ब्लास्ट होने के कई कारण हो सकते हैं। इनमें लोकल चार्जर का हाथ नहीं होता। जब तक चार्जर ठीक से काम कर रहा है, बैटरी को कोई नुकसान नहीं होगा, फिर चाहे चार्जर किसी भी कंपनी का हो। ऑरिजनल चार्जर भी अगर खराब हों तो स्मार्टफोन बैटरी खराब हो सकती है।
  •  सबसे बड़े मिथकों में से एक ये है कि बैटरी ऑप्टिमाइजिंग ऐप्स फोन की बैटरी लाइफ बढ़ाने में मदद करेंगे। हकीकत में ऐसा कुछ नहीं होता। कई बैटरी ऐप्स तो बैटरी बैकअप के मामले में कोई भी मदद नहीं करते। कुछ एक जो मदद करते हैं, वो भी सिर्फ बैटरी मैनेजमेंट में हेल्प करते हैं। इनका काम बाकी ऐप्स का ध्यान रखना होता है, बैटरी बैकअप बढ़ाना नहीं।
  • अक्सर कहा जाता है कि अगर यूज नहीं कर रहे हैं तो ब्लूटूथ या वाई-फाई बंद कर देना चाहिए, इससे बैटरी खत्म होती है। लेकिन सच तो ये है कि बैटरी तभी खर्च होती है, जब ब्लूटूथ या वाई-फाई इस्तेमाल में आ रहे हों। सिर्फ ऑन रहने से बैटरी खर्च नहीं होती।  
  • फोन का डाटा SD कार्ड में स्टोर होता है। अगर आपको लगता है कि मैगनेट के पास रखने से डाटा रिमूव हो जाएगा तो ये सच नहीं है। मैगनेट आस-पास होने से स्मार्टफोन की स्टोरेज पर कोई असर नहीं पड़ता।
  • ये एक गलत धारणा है कि स्मार्टफोन का इस्तेमाल चार्जिंग के दौरान करने से वो या तो बहुत ज्यादा गर्म हो जाता है या फिर बर्स्ट हो जाता है। फोन अगर जरूरत से ज्यादा हीट हो रहा है तो इसमें फोन के हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर की प्रॉब्लम हो सकती है। चार्जिंग के दौरान फोन का इस्तेमाल करने से इतनी ज्यादा परेशानी नहीं होती है।


Keywords : Most Common Myths ,Smartphones , Not True, स्मार्टफोन , झूठ Mobile, Prcessor, Charger, Camera, Information about Smartphone

Sunday, 21 February 2016

आपके डिवाइस की बैटरी लाइफ बढ़ाने में मदद करेंगे - Increase Battery life of Your device

आज कल भोजन और पानी की तरह स्मार्टफोन भी लोगो की जरूरत में शामिल हो गया है । कारण मल्टी-टास्किंग और मुश्किल काम को भी आसानी से कम समय पूरा करने का होता है।  ज्यादातर स्मार्टफोन हाई-रिज़ॉल्यूशन वाले बड़े डिस्प्ले, पावरफुल प्रोसेसर और ज्यादा मैमोरी के साथ रहे हैं।  हालांकि, इसका मतलब यह भी है कि ऐसे में फोन की बैटरी को पूरे दिन चलने में परेशनी होगी और इस कारण से ही पावर बैंक मजबूरी बन गए हैं।

बैटरी की परेशानी सिर्फ फ़ोन में ही नही लैपटॉप में भी है, जैसे-जैसे इसकी बैटरी पुरानी होती जाती है, बार-बार पावर प्लग इस्तेमाल करने की ज़रूरत भी बढ़ती जाएगी। हमारे द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस लिथियम इयॉन और लिथियम पॉली बैटरी के साथ आते हैं। ये क्विक चार्ज़ फ़ीचर से तो लैस होते हैं लेकिन ज़रूरी नहीं है कि आपको लंबी बैटरी लाइफ मिले। बैटरी की उम्र को ध्यान में रखते हुए लैपटॉप को अपग्रेड करने से बेहतर बैटरी बदलना होता है।
                                     बैटरी के इस कंडीशन से निजात पाने के लिए बैटरी बदलने के आलावा आप इन बातो का ध्यान रखे तो आपके गैजेट्स की बैटरी लाइफ (battery backup) कम नही होगा । निचे दिए  गए ये टिप्स आपके डिवाइस की बैटरी लाइफ बढ़ाने में मदद करेंगे।

1) तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर न हो
बैटरी को ऊंचे तापमान में इस्तेमाल करना, इसकी साइकलिंग से भी ज्यादा परेशान करने वाला हो सकता है। बैटरी यूनिवर्सिटी का कहना है कि ज्यादा तापमान और बढ़ती उम्र धीरे-धीरे बैटरी की परफॉर्मेंस को कम कर देते हैं। कम तापमान (30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर के तापमान को ज्यादा माना जाता है) में डिवाइस का इस्तेमाल करने से उसकी लाइफ साइकल बेहतर होगी। टेस्टिंग में पाया गया है कि तीन महीने के लिए बैटरी को 60 डिग्री तापमान में इस्तेमाल करने पर परफॉर्मेंस 60 फीसदी तक पहुंच जाती है और 40 डिग्री तापमान में 65 फीसदी पर। आप अपने डिवाइस को गर्मी से बचाने की कोशिश करें, जैसे कि तपती गर्मी में अपने मोबाइल को कार के डैशबोर्ड पर छोड़ने की गलती ना करें।
laptop cooling pad
स्मार्टफोन के ज्यादा गर्म होने की समस्या से परेशान होना वाजिब है, क्योंकि बीतते समय के साथ बैटरी लाइफ बहुत ज्यादा कमज़ोर हो जाती है। लैपटॉप में इस बात का ध्यान रखें कि आप कूलिंग पैड का इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि सीपीयू वेंट से गर्म हवा आसानी से निकल जाए। धूल के कारण अक्सर लैपटॉप का वेंट बंद होने लगता है जिस कारण से उसमें बने पंखों को ज्यादा काम करना पड़ता था, धीरे-धीरे यह भी आपके लिए खर्च बढ़ाने का काम करता है। इसलिए सफाई रखें, खासकर धूल को ज़रूर हटाएं।


2) सभी फ्री ऐप्स आपकी बैटरी पर असर डाल सकते है
विज्ञापन के साथ आने वाले ऐप्स आपके डिवाइस की बैटरी लाइफ औसतन 2.5 से 2.1 घंटे तक कम कर सकते हैं। ऐसा दावा है कि कुछ अमेरिकी शोधकर्ताओं द्वारा किया गया है। अध्ययन के मुताबिक, फोन का प्रोसेसर उसके दिमाग की तरह होता है। विज्ञापन भी इस दिमाग के कुछ हिस्सों का इस्तेमाल करता है जिस कारण से यह धीमा पड़ जाता है।

ऐसा नहीं है कि सभी फ्री ऐप्स आपकी बैटरी पर असर डाल रहे हैं, लेकिन अगर आपको उस पर कोई विज्ञापन नज़र आए तो समझ लीजिए कि यह बैंडविथ और प्रोसेसर पर असर डालेगा ही। ऐप्स के लिए पैसे चुकाने पर आपको कई फायदे होंगे। वो भी तब जब आज की तारीख मे कई ऐप्स मात्र 10 रुपये में उपलब्ध हैं।

लैपटॉप पर टेक्स्ट को एडिट करने के लिए सिस्टम में मौजूद एप्लिकेशन को इस्तेमाल करना ज्यादा बेहतर होगा। ऐसा करने से ब्राउज़र इस्तेमाल करने की तुलना में ज्यादा कम बैटरी खपत होगी। अगर आप इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं कर कर रहे हैं तो वाई-फाई का कनेक्शन ऑफ कर दें। विंडोज पीसी पर आपको कीबोर्ड पर ''Fn+F2'' दबाने की ही ज़रूरत है। वैसे, यह कमांड डिवाइस निर्माता पर भी निर्भर करता है। ऐसे में आप डिवाइस पर बने वाई-फाई के आइकन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

3) लोकेशन ट्रैकिंग को ऑफ कर देने से मदद मिलेगी।
हाल ही में आई एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि फेसबुक ऐप आईफोन की बैटरी को जल्दी खत्म कर देता है क्योंकि यह बार-बार जीपीएस मॉड्यूल का इस्तेमाल करके यूज़र की लोकेशन जानता रहता है। ऐसे में जिन ऐप को आपके लोकेशन की ज़रूरत नहीं है, उनके लोकेशन ट्रैकिंग को ऑफ कर देने से ज़रूर मदद मिलेगी।
locationmode android
ज्यादा एंड्रॉयड डिवाइस पर आप सेटिंग्स के बाद लोकेशन में जाकर लोकेशन ट्रैकिंग को पूरी तरह से ऑफ कर सकते हैं। वैसे, ऐप के स्तर पर यह तय करने का विकल्प फिलहाल सिर्फ एंड्रॉयड मार्शमैलो में दिया गया है।

आईओएस 9 में आप सेटिंग्स में जाएं, फिर प्राइवेसी चुनें और उसके बाद लोकेशन सर्विसेज़। इसके बाद आप हर ऐप के हिसाब से इसको डिसेबल कर सकते हैं। उन्हीं ऐप के लिए लोकेशन ऐक्सस ऑन रखिए जिन्हें इनकी ज़रूरत हो।

4) पूरी तरह से चार्ज़ करने से बेहतर थोड़ा-थोड़ा चार्ज़ है
बैटरी यूनिवर्सिटी के द्वारा दिए गए एक शानदार सुझाव को मैराथन के उदाहरण से समझा जा सकता है। बैटरी को 100 फीसदी से सीधे ले जाकर शून्य पर खत्म करने से बेहतर है कि आप इसे 50 फीसदी तक ही डिस्चार्ज़ होने दें। 30 से 80 फीसदी के बीच का क्रम बनाए रखें। ऐसा करने से आपके बैटरी की डिस्चार्ज़ साइकिल तीन गुनी बढ़ जाएगी।

लेनेवो इस सिद्धांत का इस्तेमाल बैटरी मेनटेनेंस सेटिंग्स में करता है। इसे आप अपनी ज़रूरतों के हिसाब से कस्टमाइज़ भी कर सकते हैं। बैटरी को कई साल तक इस्तेमाल करने योग्य बनाने कि लिए लेनेवो का सुझाव है कि आप चार्जिंग का पैटर्न 40 फीसदी से शुरुआत और 50 फीसदी पर बंद, तय कर दें।

5) डिस्प्ले की ब्राइटनेस कम करें
यह सुझाव लैपटॉप और मोबाइल डिवाइस पर लागू होता है। ज्यादातर डिवाइस में ब्राइटनेस सेटिंग्स को आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर स्क्रीन की ब्राइटनेस को लक्स जैसे थर्ड-पार्टी ऐप्स से कम कर सकते हैं। यह डिस्प्ले की ब्राइटनेस कम करने के अलावा स्क्रीन का कलर कास्ट को भी बदल देता है। हालांकि, एक सॉफ्टवेयर लेयर के जरिए ही ओलेड स्क्रीन पर पावर बचाया जा सकता है जबकि एलसीडी में इसके लिए बैकलाइट ब्राइटनेस को कम करना होगा।
display brightness
डिवाइस के इनएक्टिव रहने पर आपका डिस्प्ले कितनी देर तक ऑन रहे, यह कम करके भी आप थोड़ी बैटरी बचा सकते हैं। एंड्रॉयड पर आप सेटिंग्स के बाद डिस्प्ले में जाकर यह तय कर सकते हैं। आईओएस में सेंटिग्स के बाद जनरल के बाद ऑटो-लॉक में जाकर आप सेटिंग को अपनी सुविधा के हिसाब से बदल सकते हैं।

विंडोज लैपटॉप में बैटरी आइकन पर राइट-क्लिक करें, फिर पावर ऑप्शन पर। इसके बाद सेटिंग को पावर सेवर में बदल दें। विंडोज इसके बाद अपने आप ही ब्राइटनेस को कम कर देगा। इसके अलावा स्टैंडबाय और अन्य सेटिंग्स को बैटरी की परफॉर्मेंस के हिसाब से प्राथमिकता देने लगेगा।

6)बैटरी चार्ज़ करते वक्त वाई-फाई पर ऐप अपडेट करें
आमतौर पर कोई भी एक्शन जिससे प्रोसेसर या बैंडविथ पर दबाव पड़ता है, वह ज्यादा ही सीपीयू पावर लेगा। सबसे बेहतर यही होगा कि यह एक्शन आम तौर पर स्थिर रहे और मोबाइल डेटा इंटरनेट के बजाय वाई-फाई का इस्तेमाल करे। ऐसे मे सबसे सही फैसला यही होगा कि आप अपने ऐप्स अपडेट को सिर्फ वाई-फाई पर शेड्यूल करें। अगर आपके डिवाइस में विकल्प मौजूद है तो सिर्फ चार्ज़ होते वक्त इसे शेड्यूल कर सकते हैं।
appupdate wifi
एंड्रॉयड पर प्ले स्टोर ऐप में इस सेटिंग तक पहुंच सकते हैं। ऐप को लॉन्च करें। स्क्रीन पर बाएं तरफ से स्वैप करके मेन्यू खोलें। इसके बाद सेटिंग्स मे जाएं, फिर ऑटो-अपडेट ऐप्स में। इसके बाद वाई-फाई ऑन्ली मोड को ही चुनें। आईफोन या आईपैड वाई-फाई+सेलुलर में सेटिंग्स में जाएं, फिर आईट्यून्स एंड ऐप्प स्टोर में। इसके बाद यूज़ सेलुलर डेटा को ऑफ कर दें।

7) लो पावर मोड को ऑन करें
सभी एंड्रॉयड फोन में बैटरी सेवर मोड मौजूद नहीं है। अगर आप एंड्रॉयड 5.0 या उसके बाद के वर्ज़न को इस्तेमाल कर रहें तो आपके डिवाइस पर इस मोड के मौजूद रहने की संभावना ज्यादा है। जैसे ही आपके फोन की बैटरी 15 फीसदी पर पहुंचती है, यह अपने आप एक्टिव हो जाता है। यह बैकग्राउंड ऐप रिफ्रेश, लोकेशन ट्रैकिंग और सिंक एक्टिविटी को बंद कर देता है, ताकि बैटरी लाइफ बचाई जा सके। एंड्रॉयड मार्शमैलो डोज़ फीचर के साथ आता है। अगर आप अपने फोन लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं करते हैं तो यह फ़ीचर आपके फोन को डीप स्लो मोड में भेज देता है। इस फ़ीचर के कारण स्टैंडबाय टाइम दोगुना हो जाता है। अगर आप पुराने वर्ज़न वाले एंड्रॉयड फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको यह फ़ीचर नहीं मिलेगा।

आईओएस 9 से लैस आईफोन में भी लो पावर मोड मौजूद है जो बैकग्राउंड रिफ्रेश, विज़ुअल इफेक्ट और ऑटोमैटिक डाउनलोड को बंद कर देता है। आप सेटिंग्स से बैटरी ऑप्शन में जाकर इस फ़ीचर को एक्सेस कर सकते हैं।

अगर आप पुराना एंड्रॉयड फोन इस्तेमाल कर रहे हैं तो संभव है आपके फोन पर निर्माता कंपनी ने अपना लो पावर मोड दिया हो। उदाहरण के तौर पर, सोनी के फोन पर इसे स्टेमिना मोड के नाम से जाना जाता है और एचटीसी में एक्सट्रीम पावर मोड के नाम से। वैसे, आप कई थर्ड-पार्टी ऐप्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, हमारा अनुभव बताता है कि बिल्ट-इन ऐप्स ज्यादा कारगर होते हैं।

8) फ्लाइट मोड का इस्तेमाल करें
अगर आपका फोन सेलुलर टावर के नजदीक नहीं है तो इसका असर स्टैंडबाय टाइम पर भी पड़ेगा। अगर आप ऐसी जगह पर हैं जहां कोई नेटवर्क नहीं है तो बेहतर होगा कि फोन में एयरप्लेन मोड (फ्लाइट मोड) एक्टिव कर लें। आपका फोन ऐसी जगहों पर बार-बार नेटवर्क तलाश करेगा जिसका असर बैटरी लाइफ पर पड़ेगा।

इन सुझावों का पालन करने पर आप पाएंगे कि आपका फोन पहले की तुलना में ज्यादा बेहतर बैटरी लाइफ दे रहा है। क्या आपके पास बैटरी लाइफ बेहतर बनाने के सुझाव हैं तो कमेंट बॉक्स के जरिए हमें बताएं।

Keywords : battery-life, Increase ,device , mobile Spartphone, battery 

Thursday, 18 February 2016

एंड्रॉयड यूजर्स इन फीचर्स के जरिए स्मार्टफोन को बना सकते हैं और स्मार्ट - these features of android can make your device more smarter

एंड्रॉयड में कई ऐसे फीचर्स होते हैं जिसे गूगल नहीं चाहता कि आम यूजर्स इस्तेमाल करें. कंपनी इन फीचर्स को लॉक करके रखती है, क्योंकि कई बार इन फीचर्स के साथ छेड़-छाड़ करने से फोन के सॉफ्टवेयर में प्रॉब्लम्स आ जाती हैं.

अगर आपके पास एंड्रॉयड स्मार्टफोन है और आप इसकी तह तक जाना चाहते हैं तो हम आपको एंड्रॉयड के सीक्रेट मेन्यू के बारे में बताते हैं. कंपनी ने एंड्रॉयड में एक हिडेन 'डेवलपर्स ऑप्शन' रखा है जिससे आप अपने स्मार्टफोन की काफी चीजें बदल सकते हैं.

- ऐसे करें डेवलपर्स ऑप्शन को एक्टिवेट:
एंड्रॉयड की सेटिंग्स खोलें और स्क्रॉल करके सबसे नीचे जाएं. यहां आपको 'About device' ऑप्शन दिखेगा. इसपर क्लिक करें और स्क्रॉल करके सबसे नीचे जाएं. अब आपको 'Build number' ऑप्शन दिखेगा जिसपर आप लगातार टैप करते रहें. 7 या 8 बार टैप करने पर आपको एक कन्फर्मेशन मैसेज दिखेगा जिसमें आपको बताया जाएगा कि 'आप अब डेवलपर हैं'.

इसके बाद सेटिंग्स के मेन्यू में 'Developer options' जुड़ जाएगा. इसे क्लिक करें यहां आपको कस्टमाइजेशन के ढेर सारे ऑप्शन दिखेंगे.

- सिस्टम एनिमेशन स्पीड बढ़ा सकते हैं:
डेवलपर्स ऑप्शन में कई फीचर्स काफी काम के साबित होंगे इनमें से एक एनिमेशन की स्पीड है जिससे आपको एंड्रॉयड पहले से फास्ट लगेगा. इसके लिए यहां Window animation scale, Transition animation scale और Animator scale ऑप्शन दिए गए हैं. इसे आप बढ़ा या घटा सकते हैं. इनकी स्पीड 0.1X डिफॉल्ट होती है जिन्हें घटा कर 0.5x करने से आपको बदलाव दिखने लगेगा.


Keywords : एंड्रॉयड, डेवलपर ऑप्शन, हिडेन फीचर्स, स्मार्टफोन, एनिमेशन स्पीड, Android, Developer Options, Hidden Features, Smartphone, Tech Tips, Animation Speed, App Drawer

Wednesday, 17 February 2016

जानकारी व्हाटअप के बारे में Information about Whatsup
















व्हाटअप के बारे में जानकारी 

1. एंड्रॉएड यूजर्स व्हाट्सऐप पर एक बार में कितने फोटो सेंड कर सकते है
 Ans :10
2. व्हाट्सऐप को पहली बार कब यूज किया गया था 
Ans : 24 फ़रवरी 2009
3 . व्हाट्सऐप का फाउंडर कौन है 
Ans ब्रायन ऐक्टन और जैन कॉम
4 . व्हाट्सऐप पर ऑटोबैक उप कितने बजे होता है.
Ans :   2:00 AM
5 . इसकी वेबसाइट चलने के लिए इस्तेमाल करते है  
Ans : QR कोड
6. कितना मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम पर व्हाट्सऐप इस्तेमाल कर सकते है
Ans : 9

Keywords :App, founder of whatsup, information about Whatsup, moblie application, Moblie os, operating system, whatsup, 

Tuesday, 16 February 2016

इन 5 Tips से बढ़ाएं स्टोरेज कैपेसिटी स्मार्टफोन की मेमोरी - Tip to increases storage capacity of Smartphone memory's

1. क्लाउड पर ट्रांसफर करें डाटा

ज्यादातर लोगों के मोबाइल में काफी संख्या में फोटोज रहते हैं जो काफी जगह घेरते हैं। अगर आप फोटोज को ऑनलाइन क्लाउड सर्विस पर स्टोर कर दें तो इससे काफी मेमोरी फ्री हो जाएगी। इसके लिए आप गूगल ड्राइव या माइक्रोसॉफ्ट वन ड्राइव जैसी क्लाउड सर्विसेस की मदद ले सकते हैं। क्लाउड पर आपका डाटा डिजिटली सुरक्षित रहता है, जिसे आप कभी भी एक्सेस कर सकते हैं।

2. स्टोरेज से गाने हटा दें

अगर आपके मोबाइल पर ढेर सारे गाने स्टोर हैं तो इससे भी आपके मोबाइल का बहुत-सा स्पेस खराब होता है। ऐसे में गाने सुनने के लिए आप ऑनलाइन म्यूजिक स्ट्रीमिंग सर्विसेस जैसे गाना, सावन, विंक या साउंड क्लाउड के ऐप्स की मदद ले सकते हैं। इससे भी आपके मोबाइल का ढेर सारा स्पेस बच जाएगा।
3. गैर जरूरी ऐप्स को डिलीट करें

आप अपने मोबाइल से उन सारी ऐप्स को डिलीट कर सकते हैं, जिनका इस्तेमाल आप नहीं करते हैं। इसके लिए आपको अपने एंड्रॉइड फोन की सेटिंग्स में जाकर ऐप्स ऑप्शन में जाना होगा। वहां आप गैर जरूरी ऐप्स को सेलेक्ट करके उन्हें अनइंस्टॉल कर सकते हैं।
4. एक्सटर्नल स्टोरेज पर डाटा ट्रांसफर करें

आप अपने मोबाइल का पूरा डाटा किसी बाहरी डिवाइस जैसे कम्प्यूटर पर भी स्टोर कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने मोबाइल को डाटा केबल के जरिए कम्प्यूटर से जोड़ना होगा और फिर जरूरी प्रोसेस को पूरा करते हुए आप सारा डाटा हार्ड डिस्क पर ट्रांसफर कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपना डाटा माइक्रो SD कार्ड या OTG पेनड्राइव पर भी लोड कर सकते हैं।
5. डाटा डिलीट कर दें

आप अपने फोन से वे फोटोज और वीडियोज डिलीट कर सकते हैं, जिन्हें रखना आपके लिए जरूरी नहीं हैं और जो बेवजह मोबाइल की मेमोरी को घेर रहे हैं। इससे भी मोबाइल के स्टोरेज में काफी जगह खाली हो जाएगी।


Keywords : Hardware, Memory Shortage , Big Problem ,Smartphones, Know, 5 Ways , Clear Memory, 

स्मार्टफोन्स यूजर्स के लिए ये 6 Useful टिप्स - Usefull tips for smartphone users

एंड्रॉइड में ऐसे कई फीचर्स हैं, जिनकी मदद से स्मार्टफोन को और स्मार्ट बनाया जा सकता है। हम आपको ऐसी 6 सीक्रेट टिप्स बता रहे हैं जिनकी मदद से आप अपने फोन में इन फीचर्स का यूज कर सकते हैं।

ऐसे ढूंढें साइलेंट मोड पर रखे फोन को ...

यह फीचर आपको सेटिंग्स में नहीं मिलेगा। अगर आप अपना फोन साइलेंट मोड में रखकर भूल गए हैं तो गूगल की मदद से बहुत आसानी से ढूंढा जा सकता है। इसके लिए पहले अपने gmail आईडी से लॉगइन करना होगा। यह वही आईडी होनी चाहिए, जिससे अपने स्मार्टफोन में लॉगइन किया है।

अब www.google.com/android/devicemanager को एड्रेस बार में कॉपी करके पेस्ट कर दें। यहां आपको स्मार्टफोन के मॉडल के नाम के साथ उसकी लोकेशन भी दिखेगी। वहां आपको Ring का ऑप्शन नजर आएगा। उस पर क्लिक करें। फोन रिंगर ऑफ होगा, तब भी इस पर रिंग टोन सुनाई देने लगेगी।

फोन डिस्चार्ज होने पर या कनेक्टिविटी नहीं होने पर यह फीचर काम नहीं करेगा।
2. टेक्स्ट पढ़ना होगा आसान

जिन लोगों की नजर कमजोर होती है उन्हें स्मार्टफोन पर टेक्स्ट पढ़ने में दिक्कत होती है। कई बार हल्के ग्रे रंग का टेक्स्ट बैकग्राउंड के साथ मर्ज होता दिखता है, जिसे पढ़ना मुश्किल होता है।

इस समस्या को आसानी से दूर किया जा सकता है। इसके लिए Settings में जाकर Accessibility में जाना होगा। यहां पर Hight Contrast Text ऑन करते ही टेक्स्ट को ज्यादा बेहतर देख पाएंगे।
3. नोटिफिकेशन होंगे मैनेज्ड

बहुत ज्यादा नोटिफिकेशंस कई बार परेशान कर देते हैं। इनसे छुटकारे के लिए नोटिफिकेशन बार खोलकर किसी भी ऐप की नोटिफिकेशन पर टैप करके होल्ड करें। इससे आपको नोटिफिकेशन के आगे सेटिंग ऑइकन दिखाई देगा।

इस आॅइकन पर टैप करते ही उस ऐप के लिए नोटिफिकेशन सेटिंग ओपन हो जाएगी। यहां से आप नोटिफिकेशन एडजस्ट कर सकते हैं और पूरी तरह से बंद भी कर सकते हैं। इससे आपको उस ऐप के नोटिफिकेशंस नहीं मिलेंगे। ऐसा सभी ऐप के नोटिफिकेशन के लिए किया जा सकता है।
4. स्मार्ट लॉक

सुरक्षा कारणों से सभी को अपने स्मार्टफोन पर लॉकस्क्रीन पासवर्ड रखना चाहिए, मगर इसे बार-बार डालना परेशानी का कारण बन जाता है। इससे बचने के लिए स्मार्टलॉक ऑप्शन अपना सकते हैं। फोन की सिक्योरिटी में जाकर स्मार्टलॉक ऑप्शन पर जाइए और अपनी होम लोकेशन को ट्रस्टेड लोकेशन में ऐड कर दीजिए।

इस फीचर का फायदा यह होगा कि जब आप होम लोकेशन में होंगे या फिर किसी एड किए हुए डिवाइस से कनेक्ट होंगे तो आपका फोन आपसे पासवर्ड नहीं मांगेगा, क्योंकि वह समझ जाएगा कि आप सुरक्षित जगह या अपने घर पर ही हैं।
5. इंटरफेस की स्पीड बढ़ जाएगी

फोन के इंटरफेस से ही हम फोन में अच्छी तरह देख और काम कर पाते हैं। यह आइकॉन धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे हैं तो समझ लीजिए कि स्पीड कम हो गई है।

इसके लिए Settings में जाएं और About Phone में Build Number पर टैप करें। इससे Developer Options ऑन हो जाएंगे। डेवलपर ऑप्शन में जाकर Window and Transition Animation ऑप्शन में जाइए। एनिमेशन की डिफॉल्ट वैल्यू 1x होगी। इसे 0.5x कर दीजिए। इससे स्पीड बढ़ जाएगी। ज्यादा स्पीड चाहिए तो एनिमेशन ऑफ भी कर सकते हैं। यह फीचर एंड्राइड के किटकैट और उसके ऊपर के वर्जन पर ही काम करेगा।

6. होमस्क्रीन पर ऐप के आइकॉन एड होने से रोकें

जब भी आप प्ले स्टोर से कोई ऐप इंस्टॉल करते हैं, उसका आइकॉन मोबाइल की होम स्क्रीन पर अपने आप एड हो जाता है। अगर आप चाहते हैं कि ऐसा न हो तो Play Store ओपन कीजिए और टॉप में लेफ्ट साइड से सेटिंग्स खोलिए।

यहां पर आपको Add icon to Home Screen नाम का ऑप्शन दिखेगा। इसे अनचेक कर दीजिए। अब ऐप इंस्टॉल होने पर होम स्क्रीन में ऑटोमैटिकली कोई आइकॉन ऐड नहीं होगा।'


Keywords : स्मार्टफोन्स, यूजर्स , 6 Useful टिप्स, Hardware , Android ,Smartphone User

जीमेल में अनवांटेड ईमेल ऐसे करे ब्लॉक - Process to block unwanted email in gmail

ज्यादातर लोग जीमेल को पसंद करते हैं, या फिर उसकी सेवा का इस्तेमाल तो ज़रूर ही करते हैं। लेकिन यह कहीं से संपूर्ण नहीं है। जीमेल  में फेसबुक की तरह एक क्लिक में किसी शख्स को ब्लॉक नहीं कर सकते। अगर आपको किसी एक वेबसाइट या ईमेल से बहुत ज्यादा ईमेल आ रहे हैं, तो आप इन मेल को इनबॉक्स तक पहुंचने से रोकने के लिए कुछ करना चाहेंगे।

अगर आप ने तय कर लिया है कि आपको किसी खास ईमेल आईडी से कोई मेल नहीं चाहिए तो आप फिल्टर सेटअप करके इन मेल को इनबॉक्स तक पहुंचने से पहले अपने आप डिलीट कर सकते हैं। इसके लिए यह करना होगा...

1. जीमेल खोलें > साइन करें > फिर टॉप पर बने सर्च बार में दायें कोने पर नीले रंग वाले सर्च बटन के बगल में बने ऐरो डाउन के निशान को क्लिक करें।

2. अब फ्रॉम सेक्शन में उस ईमेल आईडी को डालें जिसे आप ब्लॉक करना चाहते हैं। आप इसमें एक खास ईमेल आईडी डाल सकते हैं (xyz@abc.com) या पूरा डोमने को ही (@abc.com) > इसके बाद क्रिऐट फिल्टर पर क्लिक करें > डिलीट इट को चेक करें > फिर क्रिऐट फिल्टर पर क्लिक करें। ऐसा करने से उस खास ईमेल आईडी से आने वाले मेल अपने आप ट्रैश फोल्डर में चले जाएंगे। आपको इन ईमेल के लिए कोई नोटिफिकेशन नहीं मिलेगा और ये 30 दिन बाद अपने आप डिलीट हो जाएंगे।

3. अगर आप किसी मेल पर हैं और उस आईडी को ब्लॉक करना चाहते हैं तो आप रिप्लाई के बगल में दिख रहे डाउन एरो बटन पर क्लिक करें। इसके बाद फिल्टर मैसेज लाइक दिस में जाएं। अब पिछले निर्देश का पालन करें।

जीमेल यूज़र को किसी भी मेल आईडी को मेल भेजने से रोकने के लिए ब्लॉक करने की सुविधा नहीं देता है। अगर आप किसी खास मेल आईडी से ईमेल नहीं चाहते हैं तो ऊपर दिए गए निर्देशों का पालन करें।

Keywords : block,someone,gmail features, gmail , E-mail, Unwanted e-mail, 

नया स्मार्टफोन में ऐप्स इन्स्टॉल करना - App install in New Smartphone

 अगर आपने नया स्मार्टफोन खरीदा है तो आप इस पर ऐप्स भी इन्स्टॉल करना चाहेंगे। हर एंड्राइड फोन में गूगल प्ले स्टाेर प्री-इन्स्टॉल होता है। आपको इस पर सभी जरूर ऐप्स आसानी से मिल जाएंगे।

ये रहे ऐप्स इंस्टाल करने के स्टेप्स ...

यहां दिए जा रहे इन आसान स्टेप्स को फॉलो करके आप कोई भी ऐप इन्स्टॉल कर सकते हैं (साथ दिए गए वीडियो को देखें। इससे आप और आसानी से पूरी प्रोसेस को समझ सकेंगे।)

STEP 1. स्मार्टफोन में ऐप इन्स्टॉल करने के लिए :

सबसे पहले प्ले स्टोर पर जीमेल अकाउंट से लॉग-इन करना होगा। यदि आपका मेल अकाउंट नहीं है तो यहां से बना भी सकते हैं।

STEP 2. जीमेल अकाउंट बनाने के लिए :

आप जैसे ही प्ले स्टोर ऐप ओपन करते हैं, यहां पर न्यू ऑप्शन आता है, जिसमें यूजर को अपना फर्स्ट और लास्ट नेम डालना होगा। इसके बाद जीमेल का यूजर नेम चुनें। ये अवेलेबल होगा, तब आपको कोई पासवर्ड बनाना होगा।
STEP 3.

इसके बाद सिक्युरिटी सवाल सिलेक्ट करें। आगे गूगल अकाउंट ज्वाइन करने के लिए नॉट नाउ पर क्लिक करें। अब यहां स्क्रीन पर दिख रहे टेक्स्ट को बॉक्स में डालें।

STEP 4.
यहां आपसे पेमेंट इन्फॉर्मेशन के बारे में पूछा जाएगा, जिसे स्किप कर दें। अब आप प्ले स्टोर में लॉग-इन कर लेंगे। अब यहां से ऐप इन्स्टॉल कर सकते हैं।

Keywords : Offbeat, Log In, Google, Play Store , First Time, Application, Andriod, Smartphone

Tuesday, 9 February 2016

Facebook पर सेफ रहने की 11 TIPS - Facebook Privacy Setting Every User Needs To Know

इंडियन एथिकल हैकर्स के एक ग्रुप ने दावा किया है कि फेसबुक के कई अकाउंट्स इस सोशल साइट पर पोस्ट किए गए महिलाओं के फोटो चुराकर उन्हें पोर्न साइट्स पर भेज रहे हैं। लेकिन इस खतरे को कम किया जा सकता है। फेसबुक में ही ऐसी सेटिंग्स हैं जिनका इस्तेमाल करके हम अपनी प्राइवेट जानकारियों और पिक्चर्स को दूसरों की नजरों से बचा सकते हैं :

1. अपनी फोटो को अनचाहे लोगों से ऐसे बचाएं...

फेसबुक में प्राइवेसी सेटिंग्स का ऑप्शन होता है। इसके लिए सबसे पहले फेसबुक पेज पर ऊपर से राइट साइड में दिए गए आइकॉन पर क्लिक करें। इसके बाद 'See More Settings' पर क्लिक करें।

अब आपको 'Privacy Settings and Tools' ऑप्शन दिखाई देगा। इसमें सेटिंग्स को बदलकर आप अपनी प्रोफाइल को अनचाहे लोगों से छुपा सकते हैं। इसके लिए आपको 'Who can see my future posts?' पर क्लिक करना है। इसके बाद 'Only Me' पर क्लिक करें।

2. फॉलोअर्स की सेटिंग

इस सेटिंग्स के बाद आपके पोस्ट कोई अन्य यूजर नहीं देख सकता है। फेसबुक आपके फ्रेंड्स के साथ फॉलोअर्स को भी आपके पोस्ट देखने की अनुमति देता है। अगर अपने पोस्ट सिर्फ फ्रेंड्स को ही दिखाना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे पहले सेटिंग्स में जाकर Followers ऑप्शन पर क्लिक करें। इसके बाद 'Who can follow me' ऑप्शन पर जाकर 'Everybody' से 'Friends' पर क्लिक करें।

कहीं से भी करें अकाउंट को लॉगआउट

कई बार हम अपना फेसबुक अकाउंट लॉगआउट करना भूल जाते हैं। ऐसे में इससे कोई भी छेड़छाड़ कर सकता है। हालांकि, इसे कहीं से भी लॉगआउट किया जा सकता है। यूजर फेसबुक अकाउंट ओपन करने के लिए जब भी लॉगइन करता है, उसका रिकॉर्ड सेव हो जाता है। यानी उसने कब, कहां और किस सिस्टम पर लॉगइन किया। अगर किसी सिस्टम पर वो लॉगआउट करना भूल गया है, तो उसे किसी भी सिस्टम से किया जा सकता है। फेसबुक के सिक्युरिटी ऑप्शन में यूजर्स के लिए ये सुविधा होती है। इसके लिए ये स्टेप फॉलो करें।

Settings > Security Settings > Where You're Logged In

यहां पर आपके लॉगइन से जुड़ी जानकारी में शहर का नाम और डिवाइस टाइप होता है। इसके सामने End activity का ऑप्शन होता है, जिस पर क्लिक करते ही पुरानी डिवाइस से यूजर का अकाउंट लॉगआउट हो जाता है।

फेसबुक लॉगइन अलर्ट को ON करें

इसका फायदा ये है कि कोई पर्सन आपके अकाउंट को गलत तरीके से ओपन करने की कोशिश करता है या गलत पासवर्ड डालता है तो उसका अलर्ट आपको ई-मेल ID पर मिल जाता है। फेसबुक के लॉगइन अलर्ट फीचर को ON करने के लिए ये स्टेप फॉलो करें।

Settings >> Security Settings >> Login Alerts

यहां पर यूजर को Notifications और Email address के अलर्ट ऑप्शन को ON करके सेव चेंज करना है।

सिक्युरिटी कोड एक्टिव करें

इस फीचर की मदद से आपको अकाउंट से जुड़ी जानकारी मिलती है। फेसबुक का ये फीचर स्मार्टफोन यूजर्स के लिए है। ऐसे यूजर्स जो फेसबुक ऐप का इस्तेमाल करते हैं, वे सिक्युरिटी के लिए कोड एक्टिव कर सकते हैं। इस कोड को ब्राउजर और ऐप दोनों की मदद से अप्लाई किया जाता है। कोड जनरेट करने के लिए इन स्टेप को फॉलो करें :

Settings >> Security Settings >> Code Generator

यहां पर कोड अनेबल का ऑप्शन आएगा। इस पर जैसे ही क्लिक करेंगे, एक बॉक्स आएगा जिसमें सिक्युरिटी नंबर डालना होता है। यूजर को सिक्युरिटी नंबर फेसबुक ऐप से मिलता है। ऐप के Menu में Code Generator का ऑप्शन होता है, जहां से ये नंबर मिलता है। इसे 30 सेकंड के अंदर बॉक्स में सबमिट करना होता है। हर 30 सेकंड में नया कोड जनरेट होता है। इसका फायदा यह होगा कि यदि कोई आपके अकाउंट में बदलाव करता है तो उसके लिए आपके मोबाइल अकाउंट की भी जरूरत पड़ेगी।

https सिक्युरिटी चेक करें

फेसबुक की सिक्युरिटी को ध्यान में रखते हुए हमेशा ऐसे ब्राउजर का इस्तेमाल करना चाहिए जिसके एड्रेस बार पर https:// हो। यह हाईपरटैक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल होता है। इसके आगे एक लॉक का साइन होता है, जिससे यूजर के अकाउंट को पूरी सिक्युरिटी मिलती है। आपको ऐसे ब्राउजर पर काम नहीं करना चाहिए जिस पर लॉक नहीं दिख रहा हो। साथ ही यूजर को अपना पुराना वेब ब्राउजर लगातार अपडेट करते रहना चाहिए।

यह बात केवल फेसबुक ही नहीं, किसी भी वेबसाइट को ओपन करते समय ध्यान रखनी चाहिए।

7. फ्रेंड रिक्वेस्ट

कई बार हमें ऐसे यूजर्स की फ्रेंड रिक्वेस्ट मिलती है, जिन्हें हम नहीं जानते। साथ ही कई यूजर्स आपको बार-बार रिक्वेस्ट सेंड करते हैं। ये ऐसे यूजर्स हो सकते हैं जिनका मकसद आपके अकाउंट को हैक करना हो सकता है। ऐसे यूजर्स की रिक्वेस्ट को रोका जा सकता है।

इसके लिए सबसे पहले Privacy सेटिंग पर जाएं। इसके बाद Who can contact me? ऑप्शन में आपको 'Who can send you friend requests' सेटिंग मिलेगी। इस पर क्लिक करने के बाद आपको 'Everyone' to 'Friends of Friends' में से अपने मनपसंद ऑप्शन पर क्लिक करना है।

8. मैसेज फिल्टर

अगर आपके इनबॉक्स में रोजाना कई सारे अनवॉन्टेड मैसेज आ रहे हैं, जिससे आपको परेशानी हो रही है, तो 'Whose messages do I want filtered into my inbox' पर क्लिक करें। इसमें आपको 'Basic' और 'Strict' ये दो ऑप्शन मिलेंगे। यह आपको तय करना है कि आप यहां किस तरह की सेटिंग करना चाहते हैं। इन्हें फिल्टर करना  भी इसलिए जरूरी है क्योंकि इनसे भी आपकी प्राइवेट इन्फॉर्मेशन लीक हो सकती है।

9. हाइड FB ई-मेल एड्रेस

फेसबुक से आपके ई-मेल एड्रेस को चुराकर उस पर कई तरह के मैसेज और दूसरे मेल आते हैं। हालांकि, इसे छुपाने का भी ऑप्शन होता है। इसके लिए आपको 'Who can look you up using the email address you provided?' पर क्लिक करें। इसके लिए बाद 'Everyone' या 'Friends' पर क्लिक करें।

10. फोन नंबर

यदि आपने फेसबुक पर फोन नंबर दिया है, तो इसे भी यहां से चुराया जा सकता है। ऐसे में इसे हमेशा दूसरों से छुपाकर रखें। इसे हाइड रखने के लिए 'Who can look you up using the phone number you provided?' पर जाकर इसे 'Everyone' से हटाकर 'Friends' पर क्लिक करें।

11. टाइमलाइन और टैगिंग

कई बार कुछ गलत पोस्ट आपके अकाउंट के साथ शेयर कर दी जाती हैं। ऐसे में इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि कोई आपको टैग नहीं कर सके। इससे बचने के लिए आपको 'Timeline and Tagging Settings' में जाना होगा।

इन पर केवल 'Only Me' करें :

- 'Who can post on your timeline'
- 'Who can see posts you're tagged in on your timeline'
- 'Who can see what others post to your timeline'
- 'When you're tagged in a post, who do you want to add to the audience if they can already see it'


Keywords : 11 TIPS, Facebook, Privacy Setting ,Every User ,Needs To Know, Facebook  Privacy Setting, Privacy Setting, Privacy  

स्मार्टफोन से खींचें खूबसूरत तस्वीरें - Capture beutiful pictures from your smartphone

कोई भी स्मार्टफोन खरीदने से पहले आप यह जरूर चेक करते होंगे कि उसका कैमरा कैसा है। अक्सर लोग ज्यादा मेगापिक्सल वाले कैमरे से लैस स्मार्टफोन लेना पसंद करते हैं। इस उम्मीद में कि तस्वीरें अच्छी आएंगी। मगर अच्छी तस्वीरें लेने के लिए सिर्फ अच्छे कैमरे वाला फोन होना जरूरी नहीं है। जानें, कैसे आप 9 बातों का ध्यान रखकर खींच सकते हैं खूबसूरत तस्वीरें:

1.सबसे पहले लेंस साफ करें

कोई भी तस्वीर खींचने से पहले लेंस को साफ करना जरूरी है। अक्सर जेब में या इधर-उधर रख देने पर लेंस में डस्ट फंस जाती है। भले ही आपको पहली नजर में लेंस पर छोटे-छोटे कण नजर न आएं, मगर वे फोटो की क्वॉलिटी बिगाड़कर उसे ब्लर कर सकते हैं। इसलिए साफ रुमाल या शर्ट के किनारे से लेंस को पोंछकर साफ करें।
2. लैंडस्केप मोड में फोटो खींचें

अगर आपको कोई लंबा शॉट न लेना हो तो हमेशा फोटो लैंडस्केप मोड (फोन को तिरछा पकड़कर) में फोटो खींचें। ऐसे खींची गईं तस्वीरें ज्यादा खूबसूरत नजर आती हैं।
3. डिजिटल ज़ूम यूज न करें

स्मार्टफोन्स के कैमरों में डिजिटल जूम दिया गया होता है, जिससे आप सब्जेक्ट पर ज़ूम इन कर सकते है। मगर ऐसा करने से फोटो की क्वॉलिटी खराब हो जाती है। दरअसल ऑप्टिकल ज़ूमिंग नॉर्मल फोटो को जूम करके क्रॉप ही करती है। इसलिए बेहतर है कि नॉर्मल फोटो लेकर आप बाद में एडिट करते वक्त क्रॉप करें।
4. HDR मोड इस्तेमाल करें

स्थिर चीज़ों की तस्वीर लेने के लिए HDR एक शानदार मोड है। हाई डायनैमिक रेंज मोड देखता है कि तस्वीर में रोशनी और परछाई समान हो। ज्यादा लाइट या चमकीली तस्वीरों की फोटो लेनी हो तो इसी मोड पर लें। HDR मोड दरअसल अलग एक्सपोज़र पर 2 या ज्यादा तस्वीरें लेता है और बेस्ट हिस्सों को मिलाकर एक तस्वीर बनाता है। इसके लिए आपको कैमरा एकदम स्थिर रखना होता है, वरना तस्वीर धुंधली आएगी।
5. रूल ऑफ थर्ड्स

यह फटॉग्रफी का सबसे साधारण नियम है। इसके मुताबिक हमारी आंखें उन तस्वीरों के प्रति आकर्षित होती हैं, जिनमें सब्जेक्ट सेंटर से थोड़ा हटकर होता है। आपने देखा होगा कि कुछ स्मार्टफोन्स में 2 खड़ी और 2 तिरछी लाइनें कैमरा स्क्रीन पर रहती हैं। ये इसीलिए होती हैं, ताकि आप अच्छी तस्वीर ले सकें। इसलिए सब्जेक्ट को हमेशा सेंटर के बजाय थोड़ा हटकर रखें। जैसे कि इस तस्वीर में सब्जेक्ट लेफ्ट साइड में है।
6. फ्लैश इस्तेमाल करने से बचें

प्रफेशनल फटॉग्रफी में फ्लैश तभी इस्तेमाल की जाती है, जब लाइट बहुत कम हो। इसलिए आपको भी अपने स्मार्टफोन से फोटो खींचते वक्त इमर्जेंसी में ही फ्लैश यूज करनी चाहिए। नैचरल लाइट में खींची गईं तस्वीरें ज्यादा अच्छी नजर आती हैं।

दरअसल फ्लैश लेंस के एकदम करीब होती है और कई बार इसकी वजह से लेंस पर चमक पड़ जाती है। अगर लाइट कम लग रही हो तो सेटिंग्स में जाकर एक्सपोज़र या ISO बढाएं। ISO एक हद तक ही बढ़ाएं वरना तस्वीर खराब हो जाएगी।

एक काम की टिप यह भी कि अगर लाइट का सोर्स किसी सब्जेक्ट के पीछे हो तो आप फ्लैश इस्तेमाल कर सकते हैं। मान लीजिए अगर आपको अपने दोस्त की तस्वीर लेनी है और सूरज उसके ठीक पीछे है तो आप फ्लैश यूज कर सकते हैं। तस्वीर अच्छी आने की संभावनाएं ज्यादा होंगी।
7. फोटो खींचने के बाद फिल्टर यूज करें


प्रफेशनल फटॉग्रफर कई बार फोटो में फिल्टर डालकर उसे और बेहतर बनाते हैं। आप भी अपने स्मार्टफोन पर ऐसा कर सकते हैं। ज्यादातर स्मार्टफोन्स में फोटो में फिल्टर डालने का ऑप्शन आता है, जिससे आप उसकी शेड वगैरह चेंज कर सकते हैं। अगर फोन में ज्यादा फीचर्स न हों तो गूगल प्ले स्टोर से PicsArt या Pixlr जैसा कोई भी फोटो एडिटिंग ऐप डाउनलोड करके ऐसा आसानी से कर सकते हैं।
8. ऑगमेंटेड कलर रिऐलिटी

गूगल प्ले स्टोर से <a href="https://play.google.com/store/apps/details?id=com.dronasys.free.druva.colorchanger&hl=en" target="_blank">Colorify Augmented Reality</a> ऐप डाउनलोड करें। इसकी मदद से आप तस्वीर में किसी भी रंग को दूसरे रंग से बदल सकते हैं। ठीक तस्वीर की तरह। आजमाकर जरूर देखें।

9.अपने बेस्ट और खराब फोटो चेक करें

हम जो तस्वीरें लेते हैं, उनमें से कुछ बहुत अच्छी आती हैं तो कुछ बहुत खराब। अब आपको एक काम यह करना है कि एक खराब, एक अच्छी और एक ऑटो सेटिंग पर ली गई तस्वीर लें। अब इनकी Details चेक करें। देखें कि तस्वीर का ISO, एक्सपोज़र टाइम और अपर्चर कितना है। इस तरह से आपको पता चल जाएगा कि किस तरह की कंडीशंस में किन सेटिंग्स में आपका फोन अच्छी तस्वीरें लेता है और किनमें खराब। इससे इन बातों का ध्यान रखते हुए आप भविष्य में बेहतर फोटो खींच पाएंगे।

Keywords : Capture ,beutiful pictures, smartphone, Andriod Mobile, 

ट्रूकॉलर के 7 मददगार टिप्स - 7 useful Tips of truecaller

क्या कभी आपको लगता है कि यह पता चल जाए कि अनजान नंबर से कौन कॉल कर रहा है? इसके लिए एक ऐप है ट्रूकॉलर (TrueCaller), जिसे आपमें से बहुत से लोग यूज़ भी करते होंगे। मगर इस ऐप से कॉल करने वाले का नाम पता लगाने के अलावा और भी कई काम किए जा सकते हैं।


7 टिप्स, जिनकी मदद से आप ट्रूकॉलर से और ज्यादा फायदा उठा सकते हैं।

1. कॉल ब्लॉक करें

यह ऐप कुछ खास नंबर्स से आने वाले कॉल ब्लॉक कर सकता है। अगर आपको लगता है कि कोई आपको किसी खास नंबर से परेशान कर रहा है तो उसके नंबर के पहले कुछ नंबर ऐड करके ब्लॉक कर दीजिए। इसके बाद उस नंबर से आने वाले कॉल आपको परेशान नहीं करेंगे।
2. बिना इंटरनेट जानें, कौन कर रहा है कॉल

यह जरूरी नहीं है कि ऐप को हर बार काम करने के लिए इंटरनेट जरूरी है। एक बार नंबर पहचान लेने पर यह बिना इंटरनेट पर भी अगली बार कॉलर के बारे में जानकारी दे देगा।
3. खुद को स्पैमर्स से बचाएं

ट्रूकॉलर आपको स्पैमर्स से भी बचाता है। यह आपको बताता है कि जिस नंबर से कॉल आ रही है, उसे किसी ने स्पैम मार्क किया है या नहीं। इस तरह से आप तय कर सकते हैं कि कॉल उठानी है या नहीं।
4. ट्रूकॉलर का डायलर- ट्रूडायलर

ट्रूकॉलर से आप कॉल ब्लॉक करने के अलावा भी बहुत कुछ कर सकते हैं। इसका एक डायलर ऐप भी है, जिसे आप अपना डिफॉल्ट डायलर बना सकते हैं। Truedialer नाम का यह ऐप ट्रू कॉलर के साथ सिंक हो जाता है। इससे आपको अलग से नंबर वगैरह सर्च करने या किसी को ब्लॉक करने की जरूरत नहीं पड़ती।

5. सर्च करके ढूंढें नंबर

ट्रूकॉलर में एक सर्च बार है, जो ऐप खोलने पर दिखाई देती है। इसमें कोई भी नंबर टाइप करके सर्च किया जा सकता है। आप नाम या अड्रेस टाइप करके भी किसी का नंबर तलाश कर सकते हैं।

6. अपनी प्रोफाइल बनाएं

ट्रूकॉलर पर आप अपनी प्रोफाइल बना सकते हैं और उसे अपने हिसाब से कस्टमाइज़ कर सकते हैं। इस तरह से आप तय कर सकते हैं कि अन्य यूज़र्स को आपके बारे में क्या जानकारी मिलेगी। आप अपना पूरा नाम और तस्वीर वगैरह ऐड कर सकते हैं। फेसबुक से भी जानकारी भरी जा सकती है। इसके अलावा आप अपनी वेबसाइट और ईमेल आईडी भी डाल सकते हैं। अपने बारे में छोटी सी डिस्क्रिप्शन भी डाली जा सकती है। इसी तरह से आप अपना पहचान छिपा भी सकते हैं। इसके लिए आपको सेटिंग्स के अंदर प्रिवेसी टैब में जाना होगा।

7. अपना नंबर ट्रू कॉलर के डेटाबेस से हटाएं

ट्रूकॉलर ऐप आपको आपका नंबर अपने डेटाबेस से हटाने का अधिकार देता है। इसके लिए आपको http://www.truecaller.com/unlist पर जाना होगा। इसके बाद कंट्री कोड के साथ अपना मोबाइल नंबर टाइप करें। यहां आपको वजह बतानी होगी कि आप इस नंबर को क्यों हटाना चाहते हैं। इसके बाद Captcha डालना होगा और अनलिस्ट बटन प्रेस करना होगा।

Keywords : 7 useful Tips of truecaller, truecaller, Tips, Mobile