Sunday, 11 December 2016

सोशल मीडिया, ई-कॉमर्स और नेटबैंकिंग के अकाउंट्स को रखे सुरक्षित - security or socila media and natbanking

सोशल मीडिया से लेकर ई-कॉमर्स और नेटबैंकिंग जैसे कई कामों के लिए हम इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। ये सभी अकाउंट्स पासवर्ड्स के माध्यम से सुरक्षित रखे जाते हैं। इन ऑनलाइन अकाउंट्स में बहुत महत्वपूर्ण डेटा स्टोर रहता है इसे पूरी तरह सेफ रखा जाए। इसलिए जरूरी है कि :

1. अच्छा पासवर्ड चुनें : ज्यादा पेचीदा और लंबा पासवर्ड बेहतर माना जाता है, क्योंकि हैकर्स के लिए उसका अंदाजा लगाना मुश्किल होता है । अपने बच्चों के नाम, जन्मदिन या अन्य पर्सनल डीटेल्स के आधार पर पासवर्ड न डालें। हैकर इसी आधार पर हैकिंग की कोशिश करते रहते हैं।

2. आसान से पासवर्ड न रखें: 12345678, या password जैसे पासवर्ड भी खतरनाक होते हैं। ये आसानी से हैक हो सकते हैं। हैकर ऐसे प्रोग्राम बनाते हैं जो अपने आप ऐसे पासवर्ड डालकर हैकिंग की कोशिश करते रहते हैं। बेहतर होगा कि आप लेटर, नंबर और कैरक्टर्स की मदद से स्ट्रॉन्ग पासवर्ड बनाएं।

3. पुराना पासवर्ड बार-बार न सेट करें :  कई साइट्स के लिए एक जैसा पासवर्ड इस्तेमाल करने से बचें और पुराने पासवर्ड को दोबारा कभी यूज न करें। अगर हैकर्स के पास आपके किसी एक पासवर्ड की जानकारी आ गई तो अन्य अकाउंट्स भी हैक हो जाएंगे।

आप LastPass या DashLane जैसी पासवर्ड मैनेजर सर्विसेज इस्तेमाल कर सकते हैं। ये आपके पासवर्ड्स को याद रखती हैं। मगर इसके लिए जरूरी है कि आप इन सर्विसेज पर भरोसा करें। क्योंकि पिछले साल जून में लास्ट पास ने संदिग्ध गतिविधि का हवाला देते हुए यूजर्स को अपना पासवर्ड चेंज करने के लिए कहा था। ऐपल सफारी और गूगल क्रोम में बिल्ट-इन पासवर्ड मैनेजर होते हैं।

4. नया टूथब्रश लेते ही बदलें नया पासवर्ड : पासवर्ड्स को बदलते रहना भी जरूरी है। जिस तरह से आप कुछ महीनों में टूथब्रश बदलते हैं, उसी तरह से अपना पासवर्ड भी बदला कीजिए। अगर किसी साइट पर आप एक पासवर्ड को लंबे वक्त तक रखते हैं तो उसका गलत हाथों में जाने का खतरा रहता है। अगर कोई कंपनी आपसे पासवर्ड बदलने को कहे या बताए कि आपकी इन्फर्मेशन लीक नहीं हुई है, तब भी अपना पासवर्ड बदल लें।

5. लॉगइन करना मुश्किल बनाएं : मल्टी-फैक्टर आइडेंटिफिकेशन में यूजर्स को आइडेंटिफिकेशन के लिए कुछ और ऐड करना होता है, जैसे कि फोन पर आने वाला वन टाइम पासवर्ड (OTP)। इससे यह होता है कि हैकर्स अगर आपका पावसर्ड चुरा भी लें, तो भी कुछ नहीं कर पाएंगे क्योंकि लॉगइन करने के लिए उन्हें आपके फोन पर आने वाला पासवर्ड डालना होगा। नए डिवाइस या लोकेशन से लॉगइन करने पर यह डालना आप जरूरी कर सकते हैं। फेसबुक समेत कई साइट्स यह सुविधा देती हैं।

6. फालतू अकाउंट्स को बंद कर दें : उन अकाउंट्स को डिऐक्टिवेट या डिलीट कर दें, जिन्हें आप इस्तेमाल नहीं करते। अगर कोई स्पैम से भरा ईमेल अकाउंट है, जिसे आप इस्तेमाल नहीं करते तो उसे बंद कर दें। पिछले दिनों माइस्पेस ने कहा कि हैकर्स ने 11 जून 2013 से पहले बने उसके अकाउंट्स की लॉगइन इन्फर्मेशन को बिक्री के लिए रखा है। इसलिए बेहतर है जिन साइट्स को आप इस्तेमाल नहीं करते, उन्हें डिऐक्टिवेट कर दें।

7. सोशल मीडिया को व्यवस्थित करें :  सोशल मीडिया में अपनी पोस्ट्स को वास्तविक दोस्तों तक ही रखें। सेटिंग्स में जाकर आप ऐसा कर सकते हैं। फेसबुक वक्त-वक्त पर नोटिफिकेशन देता है कि अपनी प्रिवेसी सेटिंग्स रिव्यू करें और देखें कि कौन-कौन आपकी इन्फर्मेशन देख सकता है।

आपकी पर्सनल डीटेल्स पर नजर रखकर हैकर आपसे पासवर्ड का अंदाजा लगा सकते हैं। इसलिए पर्सनल इन्फर्मेशन की सेटिंग्स ऐसी कर दीजिए कि उसे आप या आपके दोस्त ही देख पाएं।

Keywords : security , socila media , natbanking

No comments:

Post a Comment